अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान का खौफ हर तरफ है. तालिबानियों ने अफगान के लोक गायक की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली मारकर हत्या कर दी. लोक गायक के परिवार ने रविवार को यह जानकारी दी. तालिबानियों ने कंधार के बेलवेदर प्रांत में टेलीविजन और रेडियो पर संगीत और महिलाओं की आवाज को गैरकानूनी घोषित करने के बाद हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया. (फोटो/Twitter/Andarabi)
बेवसाइट डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार लोक गायक फवाद अंद्राबी को शुक्रवार को अंद्राबी घाटी में गोली मारी गई. गोली मारने से पहले उन्हें घर से बाहर घसीटकर लाया गया. इस हत्या ने एक्टिविस्ट के बीच यह चिंता फिर से जगा दी है कि तालिबान फिर से 1996 जैसा दमनकारी शासन चलाने लगेगा.(फोटो/Twitter/Andarabi)
अंद्राबी घाटी काबुल से करीब 100 किलोमीटर उत्तर में बगलान प्रांत में है, जिसे 15 अगस्त को तालिबान ने फिर से अपने कब्जे में ले लिया था. तालिबान के कब्जे के बाद से घाटी में उथल-पुथल देखी गई, क्षेत्र के कुछ जिले तालिबान शासन का विरोध जताने वाले मिलिशिया लड़ाकों के नियंत्रण में आ गए थे. (फोटो/Twitter/Andarabi)
तालिबान का कहना है कि उन्होंने उन क्षेत्रों को वापस ले लिया है, हालांकि हिंदू कुश पहाड़ों में स्थित पंजशीर अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से केवल एक ऐसा प्रांत है जो उसके नियंत्रण में नहीं है. (फोटो/Getty images)
लोक गायक के बेटे जवाद अंद्राबी ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि तालिबान लड़ाके पहले उनके घर आए. उनके साथ चाय पीते हुए घर की तलाशी ली. जवाद ने कहा कि पिता निर्दोष हैं, वह एक गायक हैं जो केवल लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं. इसके बावजूद भी तालिबानियों ने उनके पिता को घसीटा और खेत में ले जाकर सिर में गोली मार दी. (फोटो/Getty images)
जवाद का कहना है कि वह न्याय चाहते हैं. एक स्थानीय तालिबान परिषद ने उनके पिता के हत्यारे को दंडित करने का वादा किया है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि इस घटना की जांच की जाएगी. हत्या के बारे में कोई अन्य जानकारी नहीं है. (फोटो/Getty images)
अफगानिस्तान के पूर्व आंतरिक मामलों के मंत्री मसूद अंद्राबी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'अंद्राबी में तालिबान की क्रूरता जारी है. आज उन्होंने लोकगीत गायक, फवाद अंद्राबी को बेरहमी से मार डाला, जो इस घाटी और इसके लोगों के जीवन में खुशी के रंग भर रहे थे.' (फोटो/Getty images)
सांस्कृतिक अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत करीमा बेन्नौ ने ने ट्विटर पर लिखा कि उन्हें अंद्राबी की हत्या पर 'गंभीर चिंता' है. उन्होंने लिखा है कि 'हम सरकारों से आह्वान करते हैं कि तालिबान कलाकारों के मानवाधिकारों का सम्मान करें.' (फोटो/Getty images)