क्या आकाश को देखकर आपको भी अंतरिक्ष यात्रा करने की हसरत होती है. अगर आपका जवाब हां है तो आपके लिए खुशखबरी है. आप अपने इस सपने को पूरा कर सकते हैं. जयपुर के कला और संस्कृति विभाग ने हाल ही में शहर में एस्ट्रो टूरिज्म की शुरुआत की है. परियोजना को नाइट स्काई पर्यटन नाम दिया गया है और कला और संस्कृति मंत्री, बीडी कल्ला ने इसे लॉन्च किया है. उनके अनुसार, इस नई पहल से राजस्थान के एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि "यह पर्यटकों के लिए एक नया अनुभव होगा और पर्यटन स्थल के रूप में यह शहर लोगों को और अधिक गहराई से जोड़ेगा." दूसरी ओर, कला और संस्कृति विभाग के सचिव, मुग्धा सिन्हा ने कहा है कि अंतरिक्ष, तारे और आकाश को जानने के इच्छुक लोग रात के पर्यटन का आनंद लेने के लिए जयपुर जा सकते हैं. पर्यटक वहां मौजूद दूरबीन के माध्यम से चंद्रमा, रात के आकाश, तारे और ग्रहों को करीब से देख सकते हैं.
विशेष रूप से, रात में पर्यटकों के आकाश को देखने के लिए 2 स्थानों को चुना गया है. ये दो जगहें जवाहर कला केंद्र और जंतर मंतर हैं. ये दोनों ही जगहें राजस्थान की समृद्ध कला और संस्कृति के संरक्षण के लिए बनाया गया एक लोकप्रिय कला केंद्र है.
इसमें आठ ब्लॉक, एक बड़ा ऑडिटोरियम, म्यूजियम, एक एम्फीथिएटर, एक लाइब्रेरी, डिस्प्ले रूम, एक हॉस्टल, एक स्टूडियो और एक कैफेटेरिया है. यह जवाहरलाल नेहरू मार्ग, ओपी कॉमर्स कॉलेज के पास जयपुर में स्थित है.
बता दें कि जंतर मंतर राजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा निर्मित एक विश्व धरोहर स्थल है, जिसे जयपुर के संस्थापक के रूप में भी जाना जाता है. 18वीं सदी का यह स्मारक 19 खगोलीय उपकरणों के संग्रह के साथ एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है. जंतर मंतर गंगोरी बाजार, जे.डी.ए. मार्केट जयपुर में है.