देश अभी कोरोना वायरस से पूरी तरह उबर भी नहीं पाया है कि अब मध्य प्रदेश के पन्ना में लगभग 200 साल पुरानी बीमारी स्क्रब टाइफस फिर से लोगों में फैलने लगी है. पन्ना में अब तक चार लोगों में इस बीमारी का पता चला है. जिसमें 2 मासूम बच्चों की मौत भी हो चुकी है. यह बीमारी चूहों, छछूंदरों से फैलती है.
(इनपुट- दीपक शर्मा)
भोपाल से स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट टीम पन्ना आई है. जहां इस बीमारी के मरीज मिले हैं. टीम वहां जाकर चूहों को पकड़ कर उनके सैम्पल ले रही है. जिसे जांच के लिए भोपाल ले जाया गया है. पन्ना में अब लोग अपने घरों में चूहों को देख कर डर रहे हैं.
इस बीमारी के लक्षण में मरीज को तेज बुखार आता है. इसके अलावा सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, खांसी, जी मिचलाना, उल्टी होना इसके अन्य लक्षण हैं. कुछ मामलों में शरीर पर सूखे चकते भी हो सकते हैं. चिकित्सकों के अनुसार इससे बचने के लिए खेतों में काम करते समय हाथ-पैर को ढक कर रखना चाहिए और साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.
स्टेट स्क्रब टाइफस प्रभारी शेलेन्द्र सिंह ने बताया कि स्क्रब टायफस बीमारी जेनेटिक बीमारी है चूहों पर संक्रमित लारवा होता है. जिसके काटने से बीमारी होती है. अभी पन्ना में दो केस पाए गए हैं. जिनकी मौत हुई है. इसके बाद चूहों और स्थानीय लोगों के सैंपल लिए गए हैं ताकि यह पता चल सके कि यह बीमारी कहां से हुई है.
सीएमएचओ पन्ना डॉ. एल.के.तिवारी ने बताया कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में इसके मामले सामने आए हैं. जैसे पन्ना, सतना, दमोह, डिंडोरी और मंडला आदि मैं करीब 10, 11 जिले हैं. यह चूहे में पाए जाने वाले जीवाणु से फैलता है. जिसको ओरियंटा सुसु गेमौसी के नाम से जाना जाता है.
स्क्रब टाइफस जिला प्रभारी डॉ. गुंजन सिंह ने बताया कि चूहों के ऊपर जो माइट्स होते हैं. उससे बीमारी फैलती है. यह 200 साल पुरानी बीमारी है जो पन्ना में अभी भी पाई जा रही है. पन्ना में अभी 4 केस पाए गए हैं. जिसमें 2 लोगों की मौत हो चुकी है. स्टेट एंटरोलॉजिस्ट भोपाल से आए थे. उन्होंने सैंपल लिए हैं.