मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर एक अजीब नजारा देखने को मिला, जहां पर कुछ पुलिसकर्मियों ने एक कुत्ते की मौत के बाद उसकी अंतिम यात्रा निकाली और उसे इलाके के छोटे से पार्क में उसे दफना दिया. इस मौके पर पुलिसकर्मी के अलावा चौराहे पर तैनात पीएसी के जवान भी मौजूद थे.
इनपुट- उस्मान चौधरी)
बताया जा रहा है कि कुत्ते का मालिक राकेश उसे कोरोना के शुरुआती दिनों में कमिश्नरी चौराहे पर छोड़कर चला गया था. फिर इस कुत्ते की देखभाल पुलिसकर्मियों ने की और उसका नाम भी राकेश रख दिया. यह राकेश नाम का कुत्ता पुलिसवालों के साथ बड़े प्रेमभाव के साथ रहता था.
कुत्ता पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा था. सुबह जब पीएसी के जवान अपनी डयूटी पर पहुंचे थे तो राकेश जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. पुलिसवाले इसे अपना साथी मानकर अपने साथ बड़े प्यार से रखते थे.
पीएसी के जवानों ने आग जलाकर उसे ठंड से बचाने की कोशिश की, दवाई दी और दिन रात उसकी सेवा करते रहे. कुत्ते को अस्पताल में डॉक्टर के पास भी लेकर गए. लेकिन उसे बचा नहीं सके.
पुलिसवालों के इस काम से प्रभावित होकर पीएम मोदी ने मन की बात में मेरठ पुलिस के इस काम की खूब सराहना की थी. लेकिन कुत्ते की मौत के बाद सभी पुलिसकर्मी और पीएसी के जवान बेहद दुखी हैं.