इराक में मौजूद अमेरिकी एंबेसी में हुए हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी बढ़ गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर से चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर एक भी अमेरिकी की मौत होती है, तो इसके लिए वो ईरान को जिम्मेदार ठहराएंगे.
दरअसल इराक की राजधानी बगदाद में तमाम सुरक्षा से लैस ग्रीन जोन में अमेरिका का दूतावास स्थित है. यहां रॉकेट से हमला हुआ है. ट्रंप ने ट्विटर पर तीन रॉकेट की तस्वीरें शेयर की हैं और इस फोटो के कैप्शन में लिखा- बगदाद में हमारी एंबेसी पर रॉकेट से हमला हुआ. तीन रॉकेट विफल रहे. सोचिए कि ये आखिर कहां से आए थे: ईरान. हम इराक में अमेरिकियों पर दूसरे हमलों की खबरें भी सुन रहे हैं.
ट्रंप ने इसके बार चेतावनी भरे अंदाज में ट्वीट किया और लिखा- ईरान को दोस्ताना सलाह देना चाहूंगा. अगर एक भी अमेरिकी की मौत होती है तो मैं इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराऊंगा. गौरतलब है कि इस साल 3 जनवरी को ईरान के जनरल और प्रभावशाली लीडर कासिम सुलेमानी अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे. रिपोर्ट्स के अनुसार, कासिम सुलेमानी की हत्या की याद में ये हमला कराया गया है.
इस रॉकेट हमले के बाद अमेरिका के कार्यवाहक रक्षामंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बुधवार को मुलाकात की है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी बगदाद में हुए हमले के लिए ईरान समर्थित ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया था. इस रॉकेट हमले से अमेरिका और ईरान में तनाव के बढ़ने की आशंका बढ़ गई है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इराक सेना का कहना है कि एक प्रतिबंधित संगठन ने आठ रॉकेट्स के सहारे ये हमला किया था. हालांकि अमेरिकी दूतावास में लगे सी-रैम रडार-गाइडेड डिफेंस सिस्टम के चलते इस हमले से दूतावास को नुकसान नहीं पहुंचा हालांकि इस अटैक में इराक का एक सिक्योरिटी ऑफिसर घायल हो गया.