कोरोना वायरस के कारण 25 मार्च से जारी लॉकडाउन के कारण हैदराबाद में फंसे मजदूर रेलवे की पटरियों के सहारे पैदल ही 800 किलोमीटर के सफर पर निकल गए हैं. 7 दिन तक पैदल चलने के बाद एक मजदूर परिवार महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में पहुंचा तो उनका हाल बेहाल था. इन्हें अभी और 400 किलोमीटर चलकर अपने घर पहुंचना था.
ये मजदूर परिवार एक छोटे बच्चे के साथ पैदल ही मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में अपने घर के लिए निकला है, जिसकी दूरी हैदराबाद से करीब 800 किलोमीटर है.
लॉकडाउन के कारण मजदूरों का पलायन अभी भी जारी है. ये मजदूर परिवार अपने 5 साल के बच्चे को लेकर हैदराबाद से रेलवे के रास्ते पटरी पर चल पड़ा और करीब 400 किलोमीटर पैदल चलकर चंद्रपुर पहुंचा. 7 दिन से पैदल यात्रा कर रहे इस परिवार को मध्यप्रदेश में अपने घर तक जाने के लिए अभी 400 किलोमीटर और पैदल चलना है.
अपने माता-पिता के साथ 5 साल का बच्चा भी पैदल चलकर यहां तक पहुंचा है. रास्ते में जो खाने को मिला, उसी के सहारे ये अपने घर जाने को मजबूर है.
दरअसल, हैदराबाद में इनके खाने-पीने की भी समस्या पैदा हो गई थी. इसी बीच इनका ठेकेदार भी इन्हें छोड़ कर चला गया, इसलिए इन्हें मजबूरन वहां से पलायन करना पड़ा.
बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से देशव्यापी संक्रमण न फैले, इसलिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन किया गया था. इसके बाद फिर 15 अप्रैल से 3 मई तक 19 दिन का लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक और निजी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है, इसलिए लोग पैदल ही अपनी मंजिल की ओर सफर करने के लिए मजबूर हैं.