बजट 2021 के पेश होने से पहले जो सबसे खास बात नजर आई वो ये कि जो बजट पहले ब्रीफेकस से होते हुए बहीखाता तक पहुंचा जो अब जमाने के हिसाब से टैबलेट (टैब) में समा गया है. (तस्वीर- चंद्रदीप कुमार)
बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाथ में लाल लंग के लिफाफे में बजट का दस्तावेज मीडिया को दिखाया जो बेहद खास है. इस बार के बजट में खास ये है कि उनके हाथ में कोई फाइल, बहीखाता या फिर ब्रीफकेस नहीं था बल्कि टैब था. कोरोना महमारी की वजह से सरकार ने इस बार ये फैसला लिया कि बजट की प्रिंटिंग नहीं होगी और यह पूरी तरह पेपरलेस होकर डिजिटली ही पेश किया जाएगा. (तस्वीर- चंद्रदीप कुमार)
हलवा सेरमनी के दौरान ही वित्त मंत्रालय की तरफ से यूनियन बजट ऐप का ऐलान कर दिया गया था. इस बार जब संसद में वित्त मंत्री बजट पेश करने पहुंचीं तो उनके हाथ में एक खास टैब था, जिसके माध्यम से उन्होंने देश के बजट को संसद में रखा. (तस्वीर- चंद्रदीप कुमार)
बता दें कि भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब बजट के दस्तावेजों की प्रिटिंग नहीं की गई है और यह पूरी तरह डिजिटल है. भारत में बजट पेश करने के लिए लाल-भूरे ब्रीफकेंस के इस्तेमाल की परंपरा ब्रिटिश शासन से ली गई थी. इस पर गोल्डन रंग से भारत का अशोक स्तंभ बना होता था. (फाइल फोटो)
भारत में पहले वित्त मंत्री बजट पेश करने से पहले ब्रीफकेस के साथ फोटो खिंचवाते थे लेकिन इस बार टैब के साथ मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तस्वीर बदलते भारत का संकेत है. यहां यह जानना बेहद दिलचस्प है कि भारत के सबसे पहले वित्त मंत्री रहे आर के षणमुखम शेट्टी ने बजट के लिए लेदर ब्रीफेकस का इस्तेमाल किया था और तब से यह परंपरा बन गई थी. देश में साल 1970 से लेकर 2019 तक सभी वित्त मंत्रियों ने ऐसे ही ब्रीफकेस का इस्तेमाल बजट पेश करने के लिए किया. हालांकि इसमें बीते साल बदलाव किया गया था और लाल रंग के बहीखाते का इस्तेमाल किया गया था. (फाइल फोटो)