भोपाल में एक महिला की 19 साल की शादीशुदा जिंदगी महज एक व्हाट्सऐप कॉल से 19 सेकंड में तबाह हो गई. हजारों किलोमीटर दूर बैठे पति ने पीड़िता को व्हाट्सऐप कॉल पर कह दिया तलाक, तलाक, तलाक. (प्रतीकात्मक फोटो)
40 साल की पीड़ित महिला सामान्य गरीब तबके से नहीं बल्कि काफी पढ़ी-लिखी और एनआरआई है. उसने बताया कि कैसे तीन तलाक से उसका घर लाख कोशिशों के बावजूद भी बिखर गया. (प्रतीकात्मक फोटो)
भोपाल की इस तलाक पीड़िता की तकलीफें तो 19 साल पहले शादी के बाद से ही पति की डिमांड से चुभने लगी थीं. पिता का साया तो शादी से पहले ही सिर से उठ चुका था तो शादी के बाद पति की फरमाइशें पूरी करने की जिम्मेदारी महिला के भाई के कंधों पर रही. (प्रतीकात्मक फोटो)
उसके बाद भी पति की फरमाइशें इतनी बड़ी होती गईं कि वक्त के साथ भाई भी आर्थिक तौर पर बहन का रिश्ता टूटने से बचा नहीं पाया. (प्रतीकात्मक फोटो)
महिला के पति फैज आलम बेंगलुुरु के एक होटल में मैनेजर है. वो भी एनआरआई भी है. महिला के 13 और 5 साल के दो बच्चे हैं जो पति के साथ बेंगलुरु में हैं. महिला का आरोप है कि पति ने उसे घर से निकाल दिया और 31 जुलाई को भाई के मोबाइल पर व्हाट्सऐप कॉल कर तलाक दे दिया. (प्रतीकात्मक फोटो)
व्हाट्सऐप के जरिए ट्रिपल तलाक का यह मामला इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि मुस्लिम महिला अध्यादेश-2019 की धारा 3 के तहत तीन तलाक को शून्य माना जाता है और वहीं धारा 4 के तहत इसमें तीन साल तक की सजा हो सकती है. (प्रतीकात्मक फोटो)
इतना ही नहीं इस बिल के बाद तलाक देने वाले पुरुष को भरण-पोषण के लिए मुआवजा देने का भी प्रावधान किया गया है. बावजूद इसके फैज आलम जैसे लोग अब भी समाज के दुश्मन बनकर तीन तलाक के नाम पर अपनी पत्नी के साथ अत्याचार करते नजर आ रहे हैं. (प्रतीकात्मक फोटो)
हालांकि इस मामले के सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आगे आए और ट्वीट कर तलाक पीड़िता को विश्वास दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार पीड़ित महिला को न्याय ज़रूर दिलाएगी.
(प्रतीकात्मक फोटो) व्हाट्सऐप के जरिए तीन तलाक का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस भी हरकत में आई और तलाक पीड़िता की अर्जी पर मामला दर्ज कर लिया. मध्य प्रदेश पुलिस अब बेंगलुरु पुलिस से जानकारी लेकर आरोपी पति की गिरफ्तारी के लिए वहां जाएगी. (प्रतीकात्मक फोटो)