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12 साल बाद वतन वापसी, गलती से PAK में घुस गया था ये शख्स

गोपी घांघर
  • अहमदाबाद,
  • 29 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:17 PM IST
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गुजरात के कच्छ जिले का एक चरवाहा, 2008 में अनजाने में कच्छ बॉर्डर सीमा पार कर पाकिस्तान की सीमा में चला गया था. उसे जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था. पड़ोसी देश की जेलों में लंबे समय तक बंद रहने के बाद आखिरकार वह भारत लौट आया है. 

दरअसल, गुजरात से सटी पाकिस्तान सीमा से करीब 60 किलोमीटर दूर कच्छ के नाना दिनारा गांव के 60 वर्षीय इस्माइल 2008 में अपने घर से गाय चराने के लिए निकले लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटे. वे गलती से पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और फिर उन्हें जासूसी के आरोप में जेल में बंद कर दिया गया था.

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लगभग एक दशक तक परिवार को कोई खबर नहीं थी, लेकिन अक्टूबर 2017 में पास के एक गांव के मूल निवासी रफीक पाकिस्तान से रिहा होने के बाद घर लौट आए और उन्होंने बताया वह और इस्माइल कराची की जेल में एक साथ थे. उसके बाद सालों तक परिवार के सदस्य इस्माइल को भारत लाने के लिए लगातार कोशिश करते रहे. 

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जासूसी के आरोप में इस्माइल को अक्टूबर 2011 में पाकिस्तान की एक अदालत ने पांच साल की जेल की सजा सुनाई थी और उन्हें हैदराबाद पाकिस्तान सेंट्रल जेल में कैद किया गया था. अक्टूबर 2016 में उनकी सजा पूरी हो गई लेकिन वो चार साल से अधिक समय तक पाकिस्तान के एक डिटेंशन सेंटर में रहे क्योंकि भारतीय अधिकारियों को उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि करने में समय लग गया.

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अब लगभग बारह साल बाद इस्माइल की घर वापसी हुई है. भारतीय उच्चायोग द्वारा दायर एक याचिका पर इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद 26 जनवरी 2021 को उन्हें भारत सरकार के हवाले किया गया. अपनी आपबीती सुनाते हुए इस्माइल ने कहा कि मैं मवेशियों को चराने के दौरान गलती से पाकिस्तान की तरफ चला गया था. लेकिन उन्होंने मुझे एक जासूस समझकर जेल में बंद कर दिया.

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उन्होंने बताया कि आईएसआई ने मुझे छह महीने तक जेल में रखा, फिर मुझे पाकिस्तान की सेना को सौंप दिया गया. पांच साल जेल की सजा सुनाए जाने से पहले मैं तीन साल तक उनकी हिरासत में था. अक्टूबर 2016 में मेरी सजा पूरी होने के बाद भी मुझे रिहा नहीं किया गया था. 2018 तक सात साल तक हैदराबाद सेंट्रल जेल में रहा. इसके बाद मुझे दो अन्य भारतीयों के साथ कराची सेंट्रल जेल भेज दिया गया. 

इस बीच इस्माइल के साथ पाकिस्तान सुरक्षा एजंसियों ने बहुत सख्ती दिखाई. इस्माइल को पाकिस्तान में बहुत बुरी तरीके मारा पीटा जाता रहा लेकिन 12 साल बाद इस्माइल की घर वापसी से परिवार में खुशी का माहौल है. इस्माइल का कहना है कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि वो कभी भारत वापस लौट पाएंगे.

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