दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, इजरायल में अब तक सिर्फ 59,475 लोग संक्रमित हुए हैं और 448 लोगों की कोरोना से जान गई है. लेकिन यहां के युवा गुस्से में हैं और इसी वजह से प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर के बाहर हजारों युवा बीती तीन रातों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का आरोप है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कोरोना वायरस महामारी को ठीक से डील नहीं किया है. प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग की और उनके सरकारी घर के बाहर की सड़कें बंद कर दीं.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन में कम उम्र के काफी युवा शामिल हैं जो 11 साल पहले वोट देने के योग्य भी नहीं थे. नेतन्याहू 11 साल पहले ही पीएम की कुर्सी पर पहुंचे थे.
दो घंटे बस में सफर करके अपने होमटाउन से यरुशलम पहुंचे 25 साल के मायान श्रेम (पूर्व सैनिक) ने कहा कि हम अपने देश के लिए लड़ना बंद नहीं करेंगे. वहीं, 26 साल के उनके दोस्त ओरेन ने कहा कि बदलाव निचले स्तर से ही आता है.
शुरुआत में कोरोना पर काबू पाने के लिए नेतन्याहू की तारीफ हो रही थी. मरीज कम आने की वजह से कई हॉस्पिटल को बंद करना पड़ा था. लेकिन मई में उन्होंने इजरायल के लोगों के सामने जीत का ऐलान किया और सावधानी बरतते हुए घरों से निकलने की अपील की.
नेतन्याहू की ओर से लोगों के घरों से बाहर निकलने की अपील करने के कुछ ही हफ्तों बाद हालात खराब हो गए. हर रोज आने वाले नए संक्रमण के मामले बढ़कर 2000 हो गए. वहीं, करीब 90 लाख की आबादी वाले देश में तकरीबन 10 लाख लोग बेरोजगार हो चुके हैं.