दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर हुए धमाके की जांच में एजेंसियां जुटी हुई हैं लेकिन इस दौरान जो एक चिट्ठी बरामद हुई है वो बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रही है. चिट्ठी में बताया गया है कि यह अभी सिर्फ ट्रेलर है. चिट्ठी में बीते साल अमेरिकी हमले में मारे गए ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी का जिक्र है. इससे अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए इजरायली दूतावास को निशाना बनाया गया है.
जांच एजेंसियों को जो चिट्ठी मौके से मिली है वो भारत में इजरायल के उच्चायुक्त को लिखी गई थी. चिट्ठी में 2020 में मारे गए कासिम सुलेमानी और ईरान के वरिष्ठ न्यूक्लियर वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह का भी जिक्र है. दोनों को शहीद बताया गया है. बता दें कि कासिम सुलेमानी बीते साल अमेरिकी हमले में मारे गए थे.
बता दें कि 3 जनवरी 2020 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर ड्रोन हमले के जरिए कासिम सुलेमानी को बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निशाना बनाया गया था जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. जनरल कासिम सुलेमानी को ईरान के सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर के तौर पर जाना जाता था.
इसके बाद बीते साल ही 27 नवंबर को ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या तेहरान में एक उपग्रह नियंत्रित हथियार के जरिए की गई थी. ईरान ने हमले को लेकर इज़रायल पर शक जताया था.
लिफाफा मिलने के बाद इस घटना के पीछे ईरान कनेक्शन की आशंका जताई जा रही है. इससे पहले साल 2012 में इजरायल की एक कार में धमाका हुआ था. इस धमाके में 2 ईरानी शामिल थे. ये लोग दिल्ली के पहाड़गंज के होटल में रुके थे. कार में धमाके के बाद ये लोग ईरान फरार हो गए थे. जांच एजेंसियों को इन लोगों की अब भी तलाश है.