भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. अब भारतीय टीम के लिए धोनी खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे. धोनी के इस फैसले के बाद उनके फैंस सन्न रह गए. हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब धोनी ने अपने फैसले से फैंस को हैरान कर दिया.
2007 टी20 फाइनल का अंतिम ओवर:
पहला टी-20 विश्व कप खेलने पहुंची
टीम इंडिया फाइनल में पहुंच गई. धोनी ने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ
आखिरी ओवर में मिस्बाह उल हक के सामने जोगिंदर शर्मा को गेंदबाजी का जिम्मा
सौंपा तो दर्शकों की सांसें थम गईं. लेकिन धोनी का ये फैसला सही साबित हुआ
और भारत विजेता बन गया.
2009 टी20 विश्व कप में पूरी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस:
वीरेंद्र
सहवाग और धोनी के बीच अनबन की खबरें चल रही थीं. इंग्लैंड में हुए 2009
टी-20 विश्व कप से ठीक पहले हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी पूरी टीम के साथ
पहुंच गए. धोनी के इस फैसले से सब हैरान थे.
2011 विश्व कप फाइनल में युवराज से पहले उतरे:
विश्व
कप फाइनल में युवराज सिंह से पहले मैदान पर आकर धोनी ने बड़ा फैसला लिया
था. धोनी का ये प्रयोग भी मील का पत्थर साबित हुआ और विजयी छक्का उन्होंने
ही लगाया. भारत 28 साल बाद विश्व विजेता बना.
2014 ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच टेस्ट से संन्यास:
फैंस और क्रिकेट जानकार उस वक्त हैरान रह गए जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर
बीच सीरीज में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. चार टेस्ट की
सीरीज का तीसरा मैच खत्म होते ही उन्होंने टेस्ट से संन्यास ले लिया.
अचानक छोड़ी वनडे और टी-20 की कप्तानी:
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जनवरी 2017 को धोनी ने अचानक टी-20 और वनडे की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर
लिया. ये फैसला भी क्रिकेट प्रेमियों को एक झटके की तरह लगा.
15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास:
अब आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का
ऐलान कर दिया है. महेंद्र सिंह धोनी ने इंस्टाग्राम पोस्ट कर खुद के
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है. धोनी ने लिखा, 'आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए बहुत
धन्यवाद. आज शाम 7.29 बजे के बाद से मुझे रिटायर समझा जाए.'