पहली बार मां बनी एक महिला ने ऐसी गलती की कि उसके तीन माह के बच्चे की दम घुटने से मौत हो गई. ये घटना है चीन की. मां ने घर में सीसीटीवी लगाया, ताकि बच्चे पर नजर रख सके. लेकिन गलती तब हुई जब वह एक अच्छी मां बनने का ऑनलाइन कोर्स करने के लिए घर के दूसरे रूम में थी. इस दौरान बच्चा पेट के बल पलट गया. (फोटोः कंकान्यूज)
मां ने ऑनलाइन कोर्स में सीखा कि कैसे बच्चे को पेट के बल लिटाकर आराम से सुलाया जा सकता है. चीन के दक्षिण में स्थित शहर शानतोउ में पहली बार मां बनी महिला घर के दूसरे कमरे से एक ऑनलाइन कोर्स कराने वाली संस्था एमी बेबीकेयर (फोटो में) की ऑनलाइन क्लास में बैठी थी. वह दूसरे कमरे से ऑनलाइन ही अपने तीन माह के बच्चे को निर्देश देने की ट्रेनिंग ले रही थी. (फोटोः कंकान्यूज)
डेली मेल वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार हुआ यूं कि वह ऑनलाइन कोर्स के दौरान दूसरे कमरे में बैठकर अपने बच्चे पर निगरानी रख रही थी. बच्चा झूले में लेटा हुआ था. सीसीटीवी से बच्चे पर नजर रखने के साथ स्पीकर और माइक से वह बच्चे को निर्देश दे रही थी. (फोटोः कंकान्यूज)
कोर्स के दौरान उसे उसके बच्चे के रोने की आवाज आई. उसने बच्चे को स्पीकर के जरिए शांत कराने की कोशिश की. इस बीच ऑनलाइन कोर्स कराने वाले लोगों और कोर्स कर रहे चैटिंग ग्रुप पर मौजूद लोग जो ऑनलाइन थे, उन्होंने महिला को कहा कि बच्चे को डिस्टर्ब न करें. उसे हरकतें करने दें. (प्रतीकात्मक तस्वीरः गेटी)
मां लगातार कहती रही कि उसे बच्चे के पास जाने दिया जाए. उसे बोलने दिया जाए. लेकिन ऑनलाइन कोर्स कराने वाली कंपनी के लोगों ने मना कर दिया. इस बीच बच्चा पेट के बल पलट गया और दम घुटने से उसकी मौत हो गई. (प्रतीकात्मक तस्वीरः गेटी)
2 घंटे बाद जब मां कोर्स खत्म करके बच्चे के कमरे में पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद महिला ने सारी बात पुलिस को बताई. अब पुलिस अच्छी मां बनने का कोर्स कराने वाली संस्था एमी बेबीकेयर की जांच कर रही है. क्योंकि यह संस्था महिलाओं को ऑनलाइन ट्रेनिंग देती है कि बच्चे खुद से कैसे सो जाएं और उन्हें कोई सुलाए नहीं. (प्रतीकात्मक तस्वीरः गेटी)
एमी बेबीकेयर एक कस्टमर से 6999 युआन यानी 75,474 रुपये की फीस लेती है. ताकि वह कोर्स कर सके और ऑनलाइन चैटिंग ग्रुप्स के साथ तय टीचर के सामने क्लास अटेंड कर सके. जिस महिला का बच्चा मरा है वह भी इसी में से किसी एक ग्रुप के साथ चैटिंग कर रही थी. (प्रतीकात्मक तस्वीरः गेटी)