म्यांमार में सत्ता परिवर्तन के बाद से लगातार हिंसा का दौर चल रहा है. ऐसे में मिलिट्री शासन का विरोध कर रहे हिंसक लोगों को रोकने के लिए मिलिट्री और पुलिस गोलीबारी कर रही है. कई लोग मारे गए हैं, कई लोग घायल भी हुए हैं. ऐसे ही मिलिट्री और पुलिस हिंसक लोगों को रोकने के लिए बल प्रयोग कर रही थी कि तभी एक नन उनके सामने आकर घुटनों के बल बैठ गई. नन ने मिलिट्री और पुलिस के जवानों से कहा कि गोली मारनी है तो मुझे मार दो लेकिन बच्चों को छोड़ दो. (फोटोःटेलीग्राफ/यूट्यूब)
अब यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखाया गया है कि सिस्टर ऐन रोज नू तवांग सुरक्षाबलों के सामने घुटनों के बल बैठकर लोगों को न मारने की विनती कर रही हैं. (फोटोःटेलीग्राफ/यूट्यूब)
सफेद रोब और काले हैबिट को पहने हुए सिस्टर ऐन रोज नू तवांग ने सुरक्षाबलों से कहा कि अगर आप मारना ही चाहते हैं तो मुझे गोली मार दीजिए लेकिन बच्चों को छोड़ दीजिए. उनकी ये हालत देख कर दो सुरक्षकर्मी भी उनके साथ घुटनों के बल बैठकर हाथ जोड़कर उनसे बात करने लगे. (फोटोःटेलीग्राफ/यूट्यूब)
सिस्टर ऐन रोज नू तवांग ने कहा कि मैंने सुरक्षाबलों से कहा कि उन्हें मत मारिए. उन्हें परिवार की तरह समझिए. मैं तब तक यहां खड़ी रहूंगी, जब तक सुरक्षाबल लोगों को नहीं मारने का वादा नहीं करते. सुरक्षाबल के जवान किसी भी प्रदर्शनकारी के साथ हिंसक या क्रूर रवैया नहीं अपनाएंगे. (फोटोःटेलीग्राफ/यूट्यूब)
ये घटना है म्यांमार के मितकिना कस्बे की. यहां पर सिस्टर ऐन रोज नू तवांग अपनी एक क्लीनिक चलाती हैं. जब घुटनों के बल बैठी सिस्टर हट नहीं रही थीं, तब सुरक्षाबलों के कुछ अधिकारी आए. उन्होंने सिस्टर ने वादा किया कि वो सिर्फ सड़क को क्लियर कराना चाहते हैं. (फोटोःटेलीग्राफ/यूट्यूब)
एक तस्वीर में ऐसा भी नजर आता है कि एक सुरक्षाकर्मी पूरी तरह से झुककर जमीन पर अपना सर रखकर सिस्टर ऐन रोज नू तवांग से सड़क पर से हटने की विनती करता है. तवांग उससे कहती हैं कि मैंने बंदूकों की तेज आवाजें सुनी हैं. मैंने युवाओं का सिर गोली लगने से फटते हुए देखा है. वहां खून की नदियां बह रही हैं. (फोटोःरॉयटर्स)
सिस्टर ऐन रोज नू तवांग ने रॉयटर्स को टेलीफोन पर दिए गए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने ये सारा नजारा देखा है. उन्होंने दो प्रदर्शनकारियों को मरते हुए देखा है. कई प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह से जख्मी देखा है. जब इस बारे में मिलिट्री और पुलिस के प्रवक्ता ने कोई भी बात करने से मना कर दिया. (फोटोःरॉयटर्स)