उत्तर कोरिया में लगी जंगल की आग से हुए नुकसान की सजा कुछ लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ सकती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस आग के चलते उत्तर कोरिया के महत्वपूर्ण मिसाइल बेस को काफी नुकसान पहुंचा है और इस घटना से नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन काफी गुस्से में हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि इस घटना से आक्रोशित किम जोंग एक्शन ले सकते हैं, भले ही इसमें अधिकारियों की कोई गलती ना हो. साउथ कोरिया के डेली एनएके न्यूजपेपर के मुताबिक, इस आग से घटनास्थल पर मौजूद कई सालों पहले लगाए गए पेड़ और पिछले साल लगाए गए पेड़-पौधे पल भर में जलकर खाक हो गए थे.
इस मिसाइल बेस को बचाने के लिए कई लोगों ने जान पर खेलते हुए कोशिशें की. इसके अलावा क्षेत्र में इमरजेंसी भी घोषित कर दी गई थी. माना जा रहा है कि इस घटना के दोषी अधिकारियों को अपनी जान गंवानी पड़ सकती है फिर भले ही ये आग जानबूझकर फैलाई गई हो या गलती से फैली हो.
उत्तर कोरिया के विश्लेषक जेकब बोगलने का कहना है कि इस रिपोर्ट में जिसका जिक्र किया जा रहा है, वो सोहाए सैटेलाइट लॉन्चिंग स्टेशन है. ये उत्तर कोरिया के वेस्ट कोस्ट पर स्थित है और चीन के बॉर्डर से 60 मील की दूरी पर है.
बोगले ने कहा कि सोहाए महत्वपूर्ण इंडस्ट्रियों के करीब होने के चलते एक बेहद जरूरी सैटेलाइट लॉन्च फैसिलिटी बन चुका है. सोहाए एक सैटेलाइट लॉन्च स्टेशन है जो स्पेस में सैटेलाइट्स भेजने के लिए जाना जाता है बल्कि ये किम जोंग उन की सरकार के मिसाइल प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है.
माना जा रहा है कि ये एक ऐसा बेस था जो ह्वासॉन्ग 16 के डेवलेपमेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता था. बता दें कि ह्वासॉन्ग 16 एक न्यूक्लियर मिसाइल है जो दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइलों में शुमार है. इससे पहले भी उत्तर कोरिया सरकार कई तरह के अपराधों पर मौत की सजा सुनाने को लेकर सुर्खियों में रही है.