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पाकिस्तान की सीमा पर गरजे राफेल लड़ाकू विमान, दागी डमी मिसाइलें

aajtak.in
  • जोधपुर,
  • 22 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 1:07 PM IST
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भारत-पाक सीमा के पास गुरुवार को राफेल विमानों की गरज सुनाई दी. इस फाइटर जेट ने टारगेट पर डमी मिसाइलें भी गिराईं. इनके साथ भारतीय सुखोई-30 और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. ये नजारा था भारत और फ्रांस की वायुसेनाओं के बीच संयुक्त वायुसेना अभ्यास का. इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने भी लड़ाकू विमानों में उड़ान भरी. (फोटोःIAF)

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राजस्थान के जोधपुर में इस समय पांच दिवसीय भारत और फ्रांस की वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास चल रहा है. इस युद्धाभ्यास का नाम 'एक्सरसाइज डेजर्ट नाइट 21' (Excercise Desert Knight 21) दिया गया है. इस युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय और फ्रांसीसी सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे. (फोटोः IAF)

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बुधवार को शुरू हुए इस युद्धाभ्यास से सीमा पार तक हलचल है. क्योंकि भारतीय लड़ाकू विमान जब एक साथ उड़ते हैं और आसमान में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन करते हैं तब वो बेहद शानदार होता है. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि राफेल और सुखोई-30 लड़ाकू विमान भारतीय आकाश की सुरक्षा के लिए सबसे खतरनाक फाइटर जेट्स हैं. (फोटोः IAF)

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फ्रांस की तरफ से राफेल, एयरबस ए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट और ए-400एम टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट विमानों ने इस युद्धाभ्यास में भाग लिया. वहीं, भारत की तरफ से राफेल, सुखोई-30 और मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने अपना युद्ध कौशल दिखाया. यह युद्धाभ्यास ऐसे समय शुरू हुआ है जब भारतीय वायुसेना अपने सभी बेस पर ऑपरेशनल तैयारी का प्रदर्शन कर रहा है. (फोटोःPTI)

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लद्दाख में हुए सीमा विवाद के बाद भारतीय वायुसेना ने अपने सभी बेस को अलर्ट कर दिया था. कुछ फाइटर जेट्स सीमा के पास स्थित बेस पर तैनात कर दिए गए थे. इसके अलावा लेह में राफेल, सुखोई और मिराज विमानों ने सॉर्टी भी की थी. जोधपुर में हो रहे युद्धाभ्यास के दौरान भारत और फ्रांस दोनों देशों की वायुसेना ने राफेल विमानों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया. (फोटोः IAF)

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इस दौरान दोनों सेनाओं ने इस लड़ाकू विमान की खासियतों को एकदूसरे के साथ शेयर किया. आपको बता दें भारत और फ्रांस एक साथ मिलकर पिछले सात सालों से गरुड़ा़ वायुसैनिक युद्धाभ्यास करते आ रहे हैं. युद्ध के दौरान आपसी तालमेल बिठाने के लिए दोनों देश इस तरह के युद्धाभ्यास करते रहते हैं. (फोटोः PTI)

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फ्रांस के दूतावास ने कहा कि उसकी तरफ से चार राफेल विमान, दो एटलस A400M मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, फीनिक्स ए330 मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 170 वायुसैनिक इस युद्धाभ्यास में शामिल होंगे. (फोटोः IAF)

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भारतीय वायुसेना को पिछले साल जुलाई में पांच राफेल मिले. चार साल पहले भारत की सरकार ने फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए 59 हजार करोड़ रुपए की डील की थी. पिछले साल नवंबर में तीन और राफेल विमान भारत आए थे. (फोटोः PTI)

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राफेल लड़ाकू विमानों के फ्रांस के रक्षा कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने बनाया है. भारत ने 23 साल बाद किसी देश से लड़ाकू विमान खरीदे हैं. इससे पहले उसने रूस से सुखोई फाइटर जेट्स खरीदे थे. फिलहाल जो राफेल विमान फ्रांस से आए हैं, वो लगातार लद्दाख में उड़ान भर रहे हैं. (फोटोः PTI)

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