उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक प्रेमिका अपने प्रेमी के घर के दरवाजे पर धरना दे कर बैठ गई. अप्रत्याशित घटना क्रम से घबराए लड़का और लड़के के परिजन घर पर ताला डाल कर भाग गए.
रात करीब ड़ेढ़ बजे तक गांव में चर्चा के बाद काफी भीड़ जुट चुकी थी. इसी बीच प्रेमी व उसके परिजन लौटे. प्रेमिका को उस वक्त भी बैठा देखकर सभी वापस उल्टे पांव भागने लगे तो गांव के संभ्रांत लोगों ने उन्हें समझाया और पुलिस कार्रवाई का हवाला दिया. काफी वाद-विवाद के बाद वहींं रात तक जमी रही प्रेमिका तब ही मानी जब प्रेमी ने उससे निकाह कर लिया.
दरअसल, बिहार के जिला कटिहार की 25 वर्षीय युवती शीशगढ़ के एक गांव में अपनी बड़ी बहन के घर मेहमानदारी में आई थी. उन्हीं दिनों शाही क्षेत्र के गांव धनेली का युवक भी वहां रिश्तेदारी में आया हुआ था. वहीं, दोनों की आंखें मिलीं और मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया. इसके बाद दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया.
आरोप है कि प्रेमी शादी का झांसा देकर उसे घर ले आया था और कई दिन दुराचार के बाद हरियाणा में अपने रिश्तेदार के यहां ले गया. कुछ दिन रहने के बाद उसे वापस उसकी बहन के यहां गांव में छोड़ आया. लड़की का आरोप था कि वह निकाह के वादे से मुकर गया.
प्रेमिका जब फोन करती तो वह उससे सीधे मुंह बात नहीं करता था. प्रेमिका ने पुलिस चौकी पर तहरीर दी मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह दोपहर में प्रेमी के घर पर जा पहुंची और दरवाजे पर जम कर बैठ गई. युवती के धरना देने पर प्रेमी के परिजन घर में ताला लगाकर भाग गए.
युवती ने डायल 112 पर फोन किया तो आरोप है कि पुलिस उल्टा युवती पर ही घर जाने का दबाव बनाने लगी, मगर युवती वहां से नहीं हिली. रात के करीब डेढ़ बज गए. लड़की को बैठे देख कर काफी ग्रामीण वहां जमा हो चुके थे. इसी बीच प्रेमी के परिजन लौटे. युवती को वहां बैठा देखकर वे वापस जाने लगे थे तब कुछ जिम्मेदार ग्रामीणों ने समझाया और लड़के और परिजनों को निकाह के लिये मनवाया. इसके बाद मौलवी को बुलाया गया और प्रेमी-प्रेमिका का युवती की बहन के घर पर निकाह कराया गया. इसके बाद खुशी-खुशी वह दुल्हन को विदा कराकर लौट आया. इश्क़, धरना और निकाह का यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.