कहते हैं घर के अलावा सुकून कहीं नहीं मिलता है, लेकिन मुजफ्फरपुर के कुछ गांव के लोगों पर ऐसी मुसीबत आ पड़ी है कि इन्हें अपने घरों को छोड़ना पड़ा. अब ये लोग हाइवे पर ट्रकों में रहकर समय व्यतीत कर रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ ग्रामीणों ने इन ट्रकों में ही दुकानें भी खोल ली हैं, जिनमें जरूरी सामान मिलता है.
दरअसल बिहार के मुजफ्फरपुर के कई गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. बाढ़ का पानी घरों में लबालब भरा हुआ है, जिसकी वजह से इन ग्रामीणों को अपना घर छोड़ना पड़ा. गांव छोड़कर ये ग्रामीण हाइवे पर तो आ गये, लेकिन यहां खुले आसमान के नीचे बारिश में रात कैसे बिताते, इसलिए इन ग्रामीणों ने ट्रकों को ही अपना आशियाना बना लिया.
मुजफ्फरपुर शिवहर स्टेट हाइवे पर बढ़ी संख्या में ट्रक देखे जा सकते हैं, जहां लोग इन ट्रकों में रहकर ये मुश्किल वक्त काट रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हाइवे किनारे वाले कई गांव मे बूढ़ी गंडक नदी का पानी भरा हुआ है.
मुजफ्फरपुर के काटी मधुबन गांव में बड़ी संख्या में लोग ट्रक ड्राइवरी करते हैं. ट्रक से बालू का कारोबार किया जाता है, लेकिन बाढ़ के कारण ये काम पूरी तरह ठप हो गया है. ऐसे में ट्रक खाली खड़े हुए थे, तो इन ग्रामीणों ने इनका उपयोग घरों के रूप में करना शुरू कर दिया है.
बता दें बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. प्रतिदिन बाढ़ के पानी का दायरा बढ़ता जा रहा है. लोग ऊंचे स्थान पर रहने को मजबूर हैं. ऐसे में इन ग्रामीणों के लिए ट्रक बड़ा सहारा हैं.