यास महा चक्रवात तूफान के बाद के प्रभाव के कारण पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में तबाही का मंजर जारी है. वहां मूसलाधार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा, इस वजह से उत्तरपाड़ा के माखला इलाके में नदी पर बने बांध के टूट जाने से रिहायशी इलाकों में बारिश और नदी का पानी घुसता चला जा रहा है. (हुगली से भोलानाथ साहा की रिपोर्ट)
बारिश की वजह से बने हालातों की वजह से लोग घुटने भर पानी में गुजरकर अपने घरों और रास्तों में जाने को मजबूर हैं.
उत्तरपारा- कोतरंग नगरपालिका के प्रशासक दिलीप यादव के प्रयास से आनन-फानन में पीड़ित परिवारों को घटनास्थल से हटाकर साइक्लोन सेंटर में पुनर्वास के लिए ले जाया गया है.
इस तबाही के कारण सैकड़ों की संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में आश्रय लेने को मजबूर हैं.
एक अन्य घटना में मूसलाधार बारिश के कारण हुगली के भद्रेश्वर में शेरशाह सूरी द्वारा बनाए गए जीटी रोड के किनारे स्थित एक पुराना मकान ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर बीच सड़क पर गिर गया.
लॉकडाउन होने के कारण इस घटना में जानमाल का तो नुकसान नहीं हुआ लेकिन उस मकान के सामने बनी दो छोटी-छोटी दुकान पूरी तरह से तहस-नहस हो गईं. तत्काल दमकल, नगरपालिका के अधिकारी व कर्मचारी और पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला.
गौरतलब हो कि मंगलवार की शाम हुगली के चूचूड़ा-बेंडेल समेत कई इलाकों में आए बवंडर के कारण हुगली के पांडुआ में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी.
इसके अलावा इस बवंडर के कारण उन इलाकों में लगभग 50 से ज्यादा मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए थे. यहां तक ऐतिहासिक इमारत बंडल चर्च को भी इस बवंडर से अच्छा खासा नुकसान पहुंचा था.