
एक कार से माया सभ्यता के वक्त की करीब 166 बेशकीमती कलाकृतियों को ले जाया जा रहा था. तभी पुलिस की नजर उस कार पर पड़ गई. इसके बाद कलाकृतियों को बरामद कर लिया गया. ये घटना ग्वाटेमाला की है. ग्वाटेमाला की पुलिस ने अमेरिका के रहने वाले पुरुष और महिला को गिरफ्तार किया है.
हालांकि, इन कलाकृतियों की कुल कीमत कितनी है, इस बात की जानकारी नहीं दी गई है. बीबीसी की रिपोर्ट में आर्कियोलॉजिस्ट ने कहा कि इन 166 कलाकृतियों में से 90 प्रतिशत से ज्यादा आइटम असली और हिस्पैनिक काल से पहले के हैं.
ग्वाटेमाला पुलिस ने बताया कि एक महिला इस तरह की हरकत करते हुए पहले भी गिरफ्तार की गई थी. उसके पास से हिस्पैनिक काल के पहले के मूल्यवान सामान बरामद हो चुके थे. पूर्व में महिला को ग्वाटेमाला सिटी एयरपोर्ट से पकड़ा गया था.
एयरपोर्ट पर चेकिंग के दौरान कस्टम अधिकारियों को महिला के बैग के अंदर से माया सभ्यता के दो पत्थर मिले थे. उस समय महिला ने पूछताछ में बताया था कि ये पत्थर वह एंटीगुआ के बाजार से खरीदकर लाई थी.
49 साल की महिला पर 'राष्ट्रीय धरोहर की स्मगलिंग' के तहत केस दर्ज हुआ था. महिला को तब इस शर्त के आधार पर जमानत मिली थी कि वह ग्वाटेमाला छोड़कर नहीं जाएगी. इसके ठीक तीन बाद महिला फिर से एंटीगुआ के दक्षिण-पश्चिमी इलाके से गिरफ्तार हुई. हाल में वह 62 साल के शख्स के साथ गिरफ्तार की गई.
माया सभ्यता का दौर 250 ईसापूर्व से, ईसा के जन्म के 900 साल के बाद के वक्त को माना जाता है. यह सभ्यता मेक्सिको, ग्वाटेमाला, बेलिज, होंडुरास, अल सल्वाडोर जैसे देशों में फैली हुई थी.
मेक्सिको और मध्य अमेरिकी देशों की सरकारें अब हिस्पैनिक काल से पहले की इन कीमती धरोहरों की बिक्री पर लगाम लगाने की कोशिश में जुटी हुई हैं.
यही कारण है कि इन देशों में आने-जाने वाले यात्रियों की सघन जांच होती है ताकि वह माया सभ्यता से जुड़ी हुई चीजें स्मगलिंग कर बाहर ना ले जाएं. विदेशों में मौजूद ऑक्शन हाउस में इन सामानों की डिमांड है और कीमत भी ज्यादा मिलती है.