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देश में कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 31 करोड़ कोवोवैक्स वैक्सीन का ऑर्डर दिया है. सीरम की तरफ से भारत सरकार को इस वैक्सीन की आपूर्ति नवंबर महीने में ही की जाएगी.
इसके अलावा भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 2 करोड़ वैक्सीन इंडोनेशिया को निर्यात करने की भी इजाजत दे दी है.
सीरम की तरफ से इंडोनेशिया को भी कोवैक्स वैक्सीन ही भेजी जाएगी. हालांकि कोवोवैक्स को भारत में अभी मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन इंडोनेशिया को वैक्सीन के निर्यात की मंजूरी दे दी गई है.
बता दें कि देश में अब तक 114 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन के टीके लगाए जा चुके हैं. केंद्र सरकार ने ही लोगों के वैक्सीनेशन का पूरा खर्च उठाया है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविशील्ड निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे सहित भारत में 10 जगहों पर दो से छह साल की उम्र के बच्चों पर कोवोवैक्स का परीक्षण कर रहा है.
इस टीके का परीक्षण पहले 12-17 आयु वर्ग के बच्चों पर किया गया और फिर इसका दायरा बढ़ाते हुए 7-11 आयु वर्ग के बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है. कोवोवैक्स के चरण 2 और 3 में परीक्षण में कुल 920 बच्चे होंगे.
वैक्सीन के ट्रायल में 12 से 17 वर्ष की श्रेणी में 460, 7-11 आयु वर्ग में 230 और 2-6 आयु वर्ग में 230 बच्चों को शामिल किया जाएगा. पुणे में भारती अस्पताल और केईएम अस्पताल की वाडु शाखा उन 10 जगहों में शामिल हैं जहां बच्चों का वैक्सीन ट्रायल किया जा रहा है. कोवोवैक्स की दो खुराक के साथ टीका लगाने के बाद 21 दिनों तक ऐसे बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा.
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