Advertisement

5 साल की लड़की का 45 KG वजन, ज्यादा ना खा ले इसलिए मां ने किचन किया लॉक

5 साल की बेटी कुछ ज्यादा खा पी ना ले इसके लिए मां को किचन में ताला लगाकर रखना पड़ता है. उन्होंने कहा- भविष्य में मुझे और उपाय करने होंगे. जैसे-जैसे बेटी की उम्र बढ़ेगी मुझे और पाबंदियां लगानी होंगी. 6 महीने की उम्र में बेटी की दुर्लभ बीमारी का पता चला था. 

अपनी मां के साथ 5 साल की लड़की (Pic Credit: Holly Williams) अपनी मां के साथ 5 साल की लड़की (Pic Credit: Holly Williams)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 27 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 1:21 PM IST

5 साल की एक लड़की का वजन 45 किलो है. वह सामान्य से कहीं अधिक खाना खाती है. खाने के बावजूद भी उसे भूख लगी रहती है. ऐसे में उसकी मां को किचन में ताला लगाने के लिए बाध्य होना पड़ा है, ताकि बेटी ज्यादा न खा सके. डॉक्टरों ने लड़की के बढ़ते वजन के पीछे की वजह बताई है. 

NYT की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में रहने वाली 25 साल की हॉली विलियम्स की बेटी हार्लो एक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है. इस बीमारी का नाम प्रेडर विली सिंड्रोम (Prader Willi Syndrome) है. इसके चलते 5 साल की हार्लो लगभग 45 किलो की हो गई. हार्लो हर समय भूखी रहती है. जब भी उसे कुछ खाने को दिखता है, वह झपट पड़ती है. 

Advertisement
हॉली विलियम्स और उनकी बेटी हार्लो (Credit: Holly Williams)

हार्लो कुछ ज्यादा खा पी ना ले इसके लिए विलियम्स को किचन में ताला लगाकर रखना पड़ता है. उन्होंने कहा- भविष्य में मुझे और उपाय करने होंगे. जैसे-जैसे हार्लो की उम्र बढ़ेगी मुझे और पाबंदियां लगानी होंगी. 6 महीने की उम्र में उसकी इस बीमारी का पता चला था. 

कितना भी खा ले पेट नहीं भरता

डॉक्‍टरों ने बताया कि हार्लो में Chromosome 15 नहीं है, जो भूख को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है. इस दुर्लभ बीमारी की वजह से वो चाहे कितना भी खा ले उसका पेट नहीं भरता. 

Photo Credit: Holly Williams

एक्सपर्ट के अनुसार, यह एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है और यह ब्रिटेन में जन्मे हर 15 हजार बच्चों में से एक में पाई जाती है. गौरतलब है कि इसका अभी तक कोई कोई इलाज नहीं है. बस सावधानी ही बचाव है. 

Advertisement

इसको लेकर जर्नल पीडियाट्रिक्स में हाल ही में एक रिसर्च पेपर पब्लिश हुआ था. इसमें बताया गया कि मोटापे से ग्रस्त बच्चों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जिसमें 6 से 11 वर्ष की आयु के बच्चे शामिल हैं. इसके पीछे खराब खानपान को जिम्‍मेदार बताया गया था. 


Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement