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धरती के वातावरण में घुसने के बाद टूटा उल्कापिंड, लोग बोले- ऐसा लगा पृथ्वी का अंत आ गया

अमेरिका की मीटियॉर सोसाइटी की रिपोर्ट के अनुसार, ओंटारियो, न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, मैरीलैंड, वर्जिनिया जैसे कई शहरों से लगभग 150 लोगों ने रिपोर्ट किया कि उन्हें एक बहुत तेज आवाज सुनाई दी मानो उनके घर की छत पर पेड़ जैसी कोई भारी चीज गिर गई हो. कई लोग सोशल मीडिया पर काफी घबराए थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:10 PM IST

धरती के वातावरण में एक उल्कापिंड के टूटने से एक कुछ सेकेंड्स के लिए बेहद तेज रोशनी अमेरिका से लेकर कनाडा तक के कुछ शहरों में देखने को मिली. सोशल मीडिया पर सोनिक बूम नाम की इस प्रक्रिया का वीडियो भी वायरल हो रहा है.

अमेरिका के मीटियॉर सोसाइटी की रिपोर्ट के अनुसार, ओंटारियो, न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, मैरीलैंड, वर्जिनिया जैसे कई शहरों से लगभग 150 लोगों ने रिपोर्ट किया कि उन्हें एक बहुत तेज आवाज सुनाई दी मानो उनके घर की छत पर पेड़ जैसी कोई भारी चीज गिर गई हो. कई लोग सोशल मीडिया पर काफी घबराए थे और इन लोगों ने अपने कमेंट्स और पोस्ट्स में ये भी कहा कि ऐसा लगा जैसे दुनिया का अंत हो गया हो.  

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वही बेका गनर नाम की महिला न्यूयॉर्क में अपने कुत्तों को टहला रही थी जब उन्होंने गलती से अपने फोन के कैमरे में उल्कापिंड को टूटने से पहले कैद कर लिया था. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मेरे रोंगटे खड़े हो गए. शायद अपनी जिंदगी में दोबारा ऐसी चीज देखने का मौका ना मिले.

 

 

नासा के उल्कापिंड एन्वॉयरमेंट ऑफिस के हेड ने एनबीसी न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि ये उल्कापिंड 56 हजार मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल कर रहा था और फिर ये धरती के वातावरण में प्रवेश कर गया था. इसके बाद ये पृथ्वी की सतह से 22 मील पहले ही अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के ऊपर टुकड़ों में टूट गया और बेहद तेज चमक पैदा हुई जिससे सोनिक बूम पैदा हुआ था. 

बता दें कि जब भी कोई चीज पृथ्वी के वातावरण में साउंड की स्पीड से ज्यादा तेज गति से यात्रा करे तो एक शॉकवेव पैदा होती है जिसे सोनिक बूम कहा जाता है. 

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