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अमीरी दिखाने वालों पर एक्शन... करोड़ों की कार जब्त, हिरासत में दर्जनों रईसजादे! VIDEO

पकड़ी गई कारों की कीमत करोड़ों में है. कई कार मालिकों को हथकड़ी में पुलिस द्वारा जबरन ले जाते देखा गया. पकड़े जाने से पहले इन लोगों ने अपनी सुपरकार सड़कों पर दौड़ाई थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. ये लोग फरारी, लैम्बोर्गिनी, रोल्स रॉयस, पोर्शे जैसी लग्जरी कार लेकर एक रैली में भाग लेने जा रहे थे.

सड़क पर दौड़ती Supercars (Pic- Alexei Khitrov) सड़क पर दौड़ती Supercars (Pic- Alexei Khitrov)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 04 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:33 PM IST

सुपरकार लेकर निकले दर्जनों रईसजादों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. ये लोग फरारी, लैम्बोर्गिनी, रोल्स रॉयस, पोर्शे जैसी लग्जरी कार लेकर एक रैली में भाग लेने जा रहे थे. बताया गया कि 'रईसी का प्रदर्शन' करने के कारण इन अमीर लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.  

मामला रूस का है. पिछले हफ्ते दर्जनों कार मालिकों को मॉस्को पुलिस ने हिरासत में लिया और फिर उनकी कारों को जब्त कर लिया. इन कारों की कीमत करोड़ों में है. पकड़े जाने से पहले इन लोगों ने अपनी सुपरकार मॉस्को की सड़कों पर दौड़ाई थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. कई कार मालिकों को हथकड़ी में पुलिस द्वारा जबरन ले जाते देखा गया.
 
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने सुपरकार मालिकों को उनके वाहनों से बाहर खींच लिया और हिरासत में ले लिया, क्योंकि वे 'अमीर और सफल' रैली में भाग ले रहे थे. अमीरी का सार्वजनिक प्रदर्शन करने के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की गई.

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पुलिस ने लिया एक्शन

रैली के आयोजक 28 साल के करोड़पति अलेक्सी खित्रोव का कहना है कि इस आयोजन का लक्ष्य सभी कुलीन कार मालिकों को इकट्ठा करना और नेटवर्किंग के लिए माहौल बनाना था. उन्होंने कहा कि जब पुलिस पहुंची तो पहले मुझे लगा कि यह मजाक है, लेकिन बाद में उन्होंने रैली रोकने के साथ ही हमें हिरासत में ले लिया. 

Stupid members of a Moscow luxury car club forgot they live in a dictatorship and organized a little get together in center of Moscow.

Owners of Lamborghinis, Ferraris, Maserati, were all brutally arrested for "unauthorized meeting". pic.twitter.com/Ywri2P4Cvd

— Jay in Kyiv (@JayinKyiv) August 28, 2022

वहीं, इस मामले में रूसी सीनेटर मिखाइल दज़ाबारोव ने रैली निकालने वालों के लिए सजा की मांग की है. उन्होंने कहा कि इन रईसजादों को सेना की मदद के लिए यूक्रेन युद्ध में भेज जाना चाहिए.

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