
आगरा का एक दुकानदार देर शाम घर से बाहर निकला और फिर वापस लौट कर नहीं आया. काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. दूसरे दिन यानी 12 मार्च 2025 को उसकी पत्नी ने नजदीकी पुलिस स्टेशन जगदीशपुरा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. ये एक सामान्य सा गुमशुदगी का मामला नहीं था. असली कहानी तो कुछ और ही थी.
आगरा के बोदला इलाके में लाल मस्जिद के पास जितेंद्र बघेल अपनी पत्नी के साथ रहता था. बोदला चौराहे के पास उनकी बांस बल्ली की दुकान थी. हर दिन की तरह 11 मार्च की शाम दुकान बंद कर वह घर आए. कुछ देर बाद वह घर से बाहर कुछ सामान लेने निकले. परिवारवालों का कहना है कि इस दौरान जितेंद्र फोन पर किसी से बात कर रहे थे. फिर रातभर जितेंद्र घर वापस नहीं आए. उनकी पत्नी नीतू ने अगले दिन 12 मार्च को पति के गुम होने की सूचना पुलिस को दी.
घर से 65 किमी दूर मिला शव
5 दिनों तक पति का कोई सुराग नहीं मिला, फिर भी घर में मौजूद पत्नी सामान्य थी और अपने रोजमर्रा के काम में व्यस्त रही. इसी बीच आगरा से 65 किलोमीटर दूर मथुरा के फरह इलाके में हाईवे के किनारे भीमनगर गांव के पास पुलिस को एक शव मिला, जो काफी हद तक जितेंद्र से मिलता-जुलता था. पुलिस ने आसपास के लोगों से शव की पहचान करने की कोशिश की, लेकिन कोई शिनाख्त नहीं कर पाया.
ऐसे हुई थी जितेंद्र की पहचान
इसी बीच जितेंद्र के भाई को उससे मिलते जुलते एक शव मिलने की खबर अखबार में छपी रिपोर्ट से मिली. परिवारवालों को कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई और भाई मथुरा पहुंच गया. 16 मार्च को जितेंद्र का भाई मनोज मथुरा स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा, वहां उसने जितेंद्र के शव की शिनाख्त की.
पति के भाई ने जताया शक
जितेंद्र के भाई मनोज ने पुलिस को बताया कि बड़े भाई के साले की पत्नी ने अखबार में खबर पढ़ने के बाद मुझे कॉल किया था. उन्होंने कॉल पर कहा था कि शायद जितेंद्र के साथ कुछ गलत हुआ है, आप मथुरा जाकर पता करिए. इसके बाद मनोज मथुरा के फरह थाने पहुंचा. थाने में जितेंद्र की फोटो दिखाई गई और फिर पुलिस ने भी उसे कुछ तस्वीरें दिखाई. आखिरकार मथुरा पुलिस ने जो फोटो दिखाई उससे जितेंद्र की पहचान हो गई.
पूछताछ में टूट गई पत्नी
इसके बाद भाई ने जितेंद्र बघेल की पत्नी नीतू के खिलाफ शक के आधार पर मामला दर्ज कराया. पुलिस ने जब नीतू से सख्ती से पूछताछ की तो वो टूट गई. शातिर पत्नी ने पुलिस से कहा कि पति मुझे मारते पीटते थे, इसलिए मैंने उन्हें मार डाला. फिर शव को ऑटो में रखकर मथुरा के एक सुनसान इलाके में फेंक आई.
पति को लग गई थी अफेयर की भनक
पत्नी की बात सुनकर पुलिस को विश्वास नहीं हुआ कि ये काम वह अकेले कर सकती है. वहीं जितेंद्र के परिवार वालों को पहले से ही उसकी पत्नी पर शक था कि उसका प्रेम-प्रसंग किसी और से चल रहा है. जब ये आशंका पुलिस के समक्ष जताई गई तो महिला ने इस घटना में अपने प्रेमी की भूमिका और पूरी प्लानिंग की कहानी बता दी.
फिर रची खौफनाक साजिश
दरअसल, हत्यारोपी नीतू का एक एंबुलेंस ड्राइवर से अफेयर चल रहा था. उसके पति को इस बात की भनक लग गई थी. इसलिए जितेंद्र की पत्नी ने अपने प्रेमी विष्णु बघेल के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर ली.
यह भी पढ़ें: जब पति या पत्नी ने 'वो' के साथ मिल पार्टनर के किए टुकड़े-टुकड़े! पढ़ें- कत्ल की खौफनाक कहानियां
प्रेमी संग मिलकर किया पति का कत्ल
विष्णु ने इस काम में साथ देने के लिए अपने दोस्त अनिल को राजी कर लिया. विष्णु और जितेंद्र की एक-दूसरे से जान पहचान थी. फिर दोनों ने मिलकर जितेंद्र को 11 मार्च की शाम कार में बैठा लिया. इसके बाद रास्ते में गमछे से उसकी गर्दन दबा दी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई. फिर शव को मथुरा जिले के फरह इलाके में फेंक दिया. इस खुलासे के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और सभी सलाखों के पीछे हैं.