
एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि वर्ल्ड फेमस एमिरेट्स एयरलाइन की एयर होस्टेस का वजन बढ़ने पर उन्हें कई तरह की सजा दी जाती हैं. insider.com की रिपोर्ट के मुताबिक, एमिरेट्स एयरलाइन की पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि अधिकारी उन पर नजर रखते थे. कई बार तो वजन बढ़ने पर सैलरी भी काट ली जाती थी.
वहीं, एमिरेट्स एयरलाइन ने वेट पुलिस या अपीयरेंस प्रोग्राम के पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. कंपनी का कहना है, "हम आंतरिक नीतियों या प्रक्रियाओं पर टिप्पणी नहीं करते और न ही किसी मौजूदा या पूर्व कर्मचारी के निजी मामलों के बारे में बात करते हैं."
पूर्व फ्लाइट अटेंडेंट ने किया खुलासा
एमिरेट्स एयरलाइन में काम कर चुकीं कई फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि एयर होस्टेस की खिलखिलाती मुस्कान, परफेक्ट हेयरस्टाइल और शानदार यूनिफॉर्म के पीछे कंपनी की ओर से लागू किए गए कई सख्त नियम-कानून हैं.
पूर्व फ्लाइट अटेंडेंट माया दुकारिक ने कहा कि दुबई से लेकर न्यूज़ीलैंड की फ्लाइट 17 घंटे की है और उस दौरान काम करने की जो हकीकत है वो शायद ही कभी सोशल मीडिया पेजों पर दिखाई जाती है. उन्होंने कहा कि एमिरेट्स एयरलाइन के केबिन क्रू के लिए यह बहुत ज़रूरी होता था कि वे "ग्लैमरस एमिरेट्स फेस" बनाए रखें और इसके लिए "अपीयरेंस मैनेजमेंट प्रोग्राम" तक बना दिया गया था. इस प्रोग्राम को इमेज और रूप-रंग पर निगरानी रखने वाले ऑफिसर चलाते थे. वे पक्का करते थे कि अटेंडेंट एयरलाइन के स्टैंडर्ड को बनाए रखें.
'यूनिफॉर्म को लेकर बहुत कड़े नियम थे'
एमिरेट्स में काम कर चुकीं फ्लाइट अटेंडेंट कारला बेज़न ने कहा कि इमेज और यूनिफॉर्म को लेकर बहुत कड़े नियम थे. अगर यूनिफॉर्म से किसी का टैटू दिख सकता है, तो उसे जॉब नहीं दी जाती.
फ्लाइट अटेंडेंट के वज़न के मामले में, एमिरेट्स एयरलाइन इंडस्ट्री के मानकों से कहीं आगे जाती हुई नज़र आती है. कारला ने बताया कि जिन फ्लाइट अटेंडेंट का वज़न ज़्यादा लगता था उन पर ऑफिसर नज़र रखते थे और सज़ा भी देते थे. इन ऑफिसर को स्टाफ़ के कुछ लोग "वेट पुलिस" कहा करते थे.
एक पूर्व एचआर अधिकारी ने बताया कि प्रोग्राम में शामिल लोगों को डाइट और एक्सरसाइज़ प्लान दिया जाता था. कोई प्रोग्रेस न होने पर चेतावनी मिलती थी, बार-बार वज़न चेक किया जाता था और कुछ मामलों में तो सज़ा भी दी जाती थी. सज़ा अलग-अलग तरह की होती थी जिसमें सैलरी से पैसे काटना तक शामिल था.
दुकारिक ने बताया कि अगर दिए हुए टाइम में वज़न नहीं घटाया, तो जॉब भी जा सकती थी. साथ ही, जो महिलाएं मैटरनिटी लीव से वापस आती थीं उन्हें भी कोई छूट नहीं दी जाती थी और वजन घटाने के लिए पूरी सख्ती बरती जाती थी.