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'विमल पान मसाला के ऐड, अंग्रेजी में ट्वीट' अजय देवगन हुए ट्रोल!

अजय देवगन (Ajay Devgn) और किच्चा सुदीप (Kiccha Sudeep) के बीच सोशल मीडिया पर भाषा को लेकर छिड़ी बहस के बीच ट्विटर पर 'विमल' ट्रेंड कर रहा है.

अजय देवगन हुए ट्रोल. अजय देवगन हुए ट्रोल.
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 28 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 8:50 PM IST
  • अजय देवगन-किच्चा सुदीप के बीच ट्विटर वार
  • यूजर्स ने जमकर किया रिएक्ट

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अजय देवगन और साउथ फिल्मों के स्टार किच्चा सुदीप के बीच सोशल मीडिया पर हिन्दी भाषा को लेकर बहस छिड़ गई. दोनों तरफ से अपने-अपने तर्क दिए गए. लेकिन इन सबके बीच ट्विटर पर विमल पान मसाला (Vimal Pan Masala) भी ट्रेंड करने लगा. भाषा विवाद के बीच यूजर्स तंबाकू उत्पाद वाली कंपनी के एड को लेकर अजय देवगन की आलोचना करने लगे. 

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दरअसल, बीते दिन साउथ इंडस्ट्री के हिट विलेन किच्चा सुदीप के एक इंटरव्यू का वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने हिंदी भाषा के लिए कहा कि वह हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है. किच्चा के इस बयान पर अजय देवगन ने रिएक्ट करते हुए कहा कि अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी.

अजय देवगन का ट्वीट

अजय के इस बयान के बाद किच्चा ने जवाब देते हुए कहा कि जिस कॉन्टेक्स्ट में उन्होंने बात कही थी, उस बात को बहुत अलग तरीके से लिया गया. मेरी बात को कहने का मतलब किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का या फिर किसी विवाद को बढ़ाने का नहीं था. 

ट्विटर पर ट्रेंड हुआ 'विमल'

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हालांकि, बात यहीं खत्म नहीं हुई. अजय देवगन और किच्चा सुदीप के बीच 'ट्विटर वार' लंबा चला, जहां दोनों ने अपनी-अपनी बातें रखीं. सोशल मीडिया पर #AjayDevgn और #KicchaSudeep के साथ #Hindi ट्रेंड करने लगा. लेकिन इस बीच एक और नाम ट्रेंड में आ गया और वो नाम था विमल. 

यूजर्स हैश टैग #VimalPanMasala के साथ अजय देवगन को ट्रोल करने लगे. किसी ने कहा कि अजय ने विमल के एड से ध्यान हटाने के लिए इस विवाद को जन्म दिया तो किसी ने उन्हें ऐसे एड ना करने की सलाह दी. 

भाषा विवाद को लेकर भी यूजर्स ने रिएक्ट किया. एक यूजर ने कहा कि अजय खुद अपने अधिकांश ट्वीट अंग्रेजी में करते हैं, जबकि दूसरों को हिंदी पर ज्ञान देते हैं. वहीं कई लोगों ने कहा कि हमें सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए. 

 

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