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कभी रहने को नहीं था घर, आज 6 डिजिट में इनकम....ऐसी है प्रयागराज की रहने वाली यूट्यूबर अदिति की कहानी

प्रयागराज की रहने वाली अदिति अग्रवाल इन दिनों सोशल मीडिया स्टार बन गई हैं. अदिति के यूट्यूब पर करीब 70 लाख सब्सक्राइबर हैं. अदिति को यह कामयाबी 6 साल में मिली. एक दौर था जब अदिति के परिवार के पास रहने के लिए घर नहीं था, लेकिन आज यूट्यूब ने अदिति को इतनी शोहरत दी कि उसने फ्लैट खरीद लिया है.

अदिति अग्रवाल अदिति अग्रवाल
विशाल कसौधन
  • लखनऊ,
  • 07 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 2:51 PM IST

कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता... एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो... प्रयागराज की एक लड़की की कहानी कुछ ऐसी है. कई सालों की मेहनत ने आज उसे उस मुकाम पर खड़ा कर दिया है, जहां पर उसका खुद का फ्लैट तो है ही... साथ में करीब 70 लाख लोगों का साथ है, जो उसे आज बुलंदियों पर पहुंचा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे अदिति अग्रवाल यानी Crafter Aditi की कहानी, जिसके हुनर को यू-ट्यूब ने नाम और शोहरत दिला दी.

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26 साल की अदिति अभी कुछ साल पहले ही लखनऊ में शिफ्ट हुई हैं. इससे पहले वह प्रयागराज में रहती थीं. उनकी पढ़ाई भी प्रयागराज के गर्ल्स हाई स्कूल और फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई. पिता कई प्राइवेट नौकरियां कर चुके हैं. करीब 30 सालों तक अदिति का परिवार का किराये के मकान में रहा. कभी एक रूम वाले फ्लैट में रहे तो कभी दो रूम वाले फ्लैट में. 2021 में अदिति का परिवार लखनऊ आया और अपने फ्लैट में रहने लगा. इस फ्लैट को अदिति ने अपने पैसे से खरीदा है.

बचपन से स्पेशल कार्ड्स बनाने का शौक

अदिति का सफर शुरू होता है क्लास 8 से. दरअसल अदिति को बचपन से ही कार्ड्स बनाने का शौक था. क्लास 8 में उसने टीचर्स डे पर एक कार्ड्स बनाया, जिसे देखकर टीचर्स बहुत खुश हुए. इससे अदिति को हौसला मिला और कार्ड बनाने का सिलसिला जारी है. क्लास 11 में अदिति को एक कार्ड का ऑर्डर मिला और बदले में 300 रुपये मिले. यह पहली इनकम थी. क्लास 12 में NIFT का एग्जाम दिया और 205 रैंक आई, लेकिन पैसों की तंगी ने कॉलेज की दहलीज तक पहुंचने नहीं दिया.

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फेसबुक के जरिए कार्ड्स बेचने लगीं

खैर 12वीं के बोर्ड के बाद अदिति ने कार्ड्स को बनाकर बेचने का फैसला किया. 2015 में उसने फेसबुक पर अदिति कार्ड जोन नाम से पेज बनाया और अगले ही दिन 800 रुपये का ऑर्डर मिल गया. इसके बाद वह प्रयागराज में कार्ड्स बेचने लगी. कई बार खुद ही कार्ड्स की डिलिवरी देने जाती. हालांकि इस दौरान उसे काफी ताने सुनने को मिले. कई बार उसे कॉल करके लोग परेशान करने लगे, लेकिन अदिति का हौसला नहीं टूटा और वह देश के कई शहरों में कार्ड बेचने लगी.

परिवार के साथ अदिति

पढ़ाई के दौरान ही शुरु किया यू-ट्यूब चैनल

2017 में अदिति ने अपना यू-ट्यूब चैनल शुरु किया. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान वह हर रोज एक वीडियो अपलोड करती थी. इसमें उसकी बड़ी बहन मदद करती थी. मोबाइल फोन से बड़ी बहन वीडियो रिकॉर्ड करती और वह उसे यू-ट्यूब पर अपलोड करती. एक वीडियो को 2000 लोगों ने देखा तो उसे हौसला मिला. मदर्स डे और फादर्स डे पर अदिति ने कार्ड बनाने का जो वीडियो बनाया, वो वायरल हो गया और उसे 2 लाख से अधिक लोगों ने देखा.

दो साल में ही खरीदा दो बेडरूम का फ्लैट

2018 में अदिति के चैनल के 1 लाख सब्सक्राइबर हो गए और 2020 तक आते-आते आंकड़ा 2.60 लाख पहुंच गया. अदिति जिन कार्ड को ऑनलाइन बेचती, उसको बनाने का वीडियो अपलोड करती. इस तरह उसे दोनों ओर से कमाई हो रही थी. इसी दौरान अदिति ने घर खरीदने का प्लान किया. 2020 में ही अदिति ने लखनऊ में दो बेडरूम का फ्लैट खरीद लिया, लेकिन शिफ्ट होने से पहले ही कोरोना की लहर आ गई. घर खरीदने के दौरान उसकी भागदौड़ रही और चैनल का ग्रोथ रूक गिया.

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महज 15 दिन में 10 लाख सब्सक्राइबर

कोरोना की लहर के दौरान ही अदिति का चैनल भी ठहर सा गया. 2.60 लाख सब्सक्राइबर थे, जो 2.54 लाख हो गए. वीडियो अपलोड करने पर कोई देख नहीं रहा था. इसके बाद वह डिप्रेशन में चली गई. खुद को रूम में कैद कर लिया. माता-पिता के कहने पर दोस्तों के साथ ट्रिप पर भी गई, लेकिन लौटते ही वही उदासी थी. मां ने फिर हौसला दिया और एक बार अदिति ने हर रोज वीडियो अपलोड करने का फैसला किया. उसने शार्ट्स वीडियो अपलोड किया. एक वीडियो उसका वायरल हो गया और 15 दिन में ही सब्सक्राइबर की संख्या 10 लाख को पार कर गई.

70 लाख के करीब हो गए सब्सक्राइबर

यानी अदिति का यू-ट्यूब चैनल Crafter Aditi फिर से दौड़ने लगा. उसने अगले 20 दिनों में सब्सक्राइबर की संख्या 20 लाख कर ली. 2023 तक उसके सब्सक्राइबर की संख्या 70 लाख के करीब पहुंच गई है. अदिति के हुनर को यू-ट्यूब ने सराहा और उसे बुलंदी पर पहुंचा दिया. यू-ट्यूब की तरक्की न केवल अदिति बल्कि उसके पूरे परिवार की तकदीर बदल दी. अदिति का कहना है कि आज 10 में एक शख्स मुझे पहचानता है... यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है.

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अब नहीं देखना पड़ता प्राइस टैग

अपनी कामयाबी पर आजतक डिजिटल से बात करते हुए अदिति ने बताया कि एक वक्त हम एक बेडरूम में किराये पर रहते थे, आज हमारे पास दो बेडरूम का फ्लैट है, कार खरीद लिया, बहन की डेस्टिनेशन वेडिंग करवा दी, कुछ दिन में मां-पिता को विदेश भी घुमा दूंगी... यह सबकुछ मुझे यू-ट्यूब से हासिल हुआ.. एक समय मैं खुद से बनाई हैंडस्टिक से वीडियो शूट करती थी... आज सभी संसाधन हैं.. अब कुछ खरीदने से पहले प्राइस टैग नहीं देखना पड़ता है.

यू-ट्यूब के कई इवेंट का मिला न्यौता

अदिति की कामयाबी को यू-ट्यूब ने भी सराहा और हाल में एक इवेंट में DIY कैटेगरी में उसे शामिल होने का न्योता मिला. इसके अलावा मेटा के कई इवेंट में शामिल होने का मौका मिला. अदिति बताती हैं कि वह हर रोज एक शार्ट्स वीडियो अपलोड करती हैं और हर रविवार को एक लॉन्ग वीडियो अपलोड करती हैं. आज उनकी कमाई 6 अंकों यानी लाखों में होती है. अदिति के इंस्टाग्राम पर 5.9 लाख और फेसबुक पर 2.90 लाख फॉलोवर हैं.

लंबी रेस का घोड़ा बनिए, तभी कामयाबी मिलेगी

यू-ट्यूबर बनने की चाहत रखने वालों को अदिति टिप्स देते हुए कहती हैं कि अगर आपको कामयाबी चाहिए तो लंबी रेस का घोड़ा बनाना होगा.. बहुत लोग अचानक से कामयाबी पाते हैं लेकिन फिर गायब हो जाते हैं... अगर आप लंबी रेस का घोड़ा बनेंगे तभी आपको बड़ी कामयाबी मिलेगी, मुझे भी 6 साल लग गए... आप अपनी पढ़ाई पूरी कीजिए और फिर यू-ट्यूब पर मेहनत कीजिए और मेहनत करते रहिए... पता नहीं कौन सा वीडियो आपको सितारा बना दे.

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