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LKG के बच्चे की फीस 3.7 लाख... इतना महंगा हैदराबाद का स्कूल, शख्स का पोस्ट वायरल

बच्चों की शिक्षा को लेकर माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता उनके बेहतर भविष्य की होती है. बढ़ते कॉम्पिटिशन और कम होते जॉब अवसरों के बीच हर पैरेंट अपने बच्चों के लिए अच्छा स्कूल चाहता है. लेकिन जब शिक्षा इतनी महंगी हो जाए कि वे उसे अफोर्ड ही न कर पाएं, तब क्या हो?

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

बच्चों की शिक्षा को लेकर माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता उनके बेहतर भविष्य की होती है. बढ़ते कॉम्पिटिशन और कम होते जॉब अवसरों के बीच हर पैरेंट अपने बच्चों के लिए अच्छा स्कूल चाहता है. लेकिन जब शिक्षा इतनी महंगी हो जाए कि वे उसे अफोर्ड ही न कर पाएं, तब क्या हो?

सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने कुछ ऐसा ही दुख इजहार किया. उसने दावा किया कि हैदराबाद में एलकेजी की फीस 2.3 लाख रुपये सालाना से बढ़कर 3.7 लाख रुपये हो गई है. इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर यह विषय चर्चा में आ गया.

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देखें पोस्ट

सोशल मीडिया पर दर्द छलका

माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर अविरल भटनागर ने लिखा कि भारत में महंगाई का असर सबसे ज्यादा एजुकेशन सेक्टर में पड़ा है. और हमारा ध्यान घर की कीमतों पर रहता है. उन्होंने बताया कि हैदराबाद में एलकेजी की फीस पहले के 2.3 लाख रुपये सालाना से बढ़कर 3.7 लाख रुपये हो गई है. हालांकि, उन्होंने अपने पोस्ट में यह नहीं बताया कि वे किस स्कूल का जिक्र कर रहे हैं.

LKG के बच्चे की फीस सुनकर चकरा जाएंगे आप

उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर लिखते हुए कहा कि असल इन्फ्लेशन तो एजुकेशन सेक्टर  में हुई है. पिछले 30 वर्षों में स्कूल की फीस 9 गुना और कॉलेज की फीस 20 गुना बढ़ गई है. छोटे बच्चों की शिक्षा भी अब आदमी के पहुंच से बाहर हो रही है.

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मिडिल क्लास क्या करे?

लेखक मनोज अरोड़ा ने बताया कि एक मिडिल क्लास फैमिली के खर्चों में शिक्षा, भोजन और स्वास्थ्य का हिस्सा 70% होता है. उन्होंने सरकार द्वारा जारी की गई महंगाई दर के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा जैसी बुनियादी चीजों पर वास्तविक महंगाई दर 10-20% सालाना है, जो कि रिपोर्ट की गई CPI महंगाई दर 3-4% से कहीं ज्यादा है.

बीटेक ग्रेजुएट्स के सालाना पैकेज से भी ज्यादा फीस

यह मुद्दा सोशल मीडिया पर भी बहस का मौका बना. कुछ यूजर्स ने इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि अब सालाना किंडरगार्टन की फीस कंपनियों जैसे कॉग्निजेंट में नए कर्मचारियों के वेतन से भी अधिक हो गई है. बता दें कि हाल ही में कॉग्निजेंट ने बीटेक ग्रेजुएट्स को 2.5 लाख रुपये सालाना वेतन का ऑफर दिया था, जिसे जमकर आलोचना का सामना करना पड़ा था.

दूसरे यूजर ने लिखा कि किंडरगार्टन की इतनी बढ़ी हुई फीस को देखते ही अब पैरेंट होमस्कूलिंग को अपना रहे हैं. होमस्कूलिंग अब न्यू नॉर्मल है. एक अन्य यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि देश में एजुकेशन और हेल्थ सेक्टर में लूट मची है.

नोट: ये खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट पर बनाई गई है, aajtak.in इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता.

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