
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें धरती के अंदर बसी चींटियों की खूबसूरत कॉलोनियों के बारे में बताया जा रहा है. वैसे कभी-कभी चींटियों के बर्रे या छत्ते धरती की सतह के ऊपर भी बने होते हैं, लेकिन यह काफी छोटा हिस्सा होता है. अंदर पूरा का पूरा शहर बना होता है.
वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे विशेषज्ञ चींटियों के घरों के बारे में अध्ययन करने के लिए इनके घोसलों में पिघला हुआ मेटल डालते हैं, जो अंदर पतली से पतली नली में जाकर जम जाती है. उसके बाद चारो तरफ से मिट्टी को खोद कर उनकी कॉलोनी को निकाल लिया जाता है. यह मेटल से बनी किसी आर्ट फैक्ट जैसी दिखती है. यह दिखने में काफी अमेजिंग थी.
चीटियों का मिला प्राचीन शहर
इंस्टाग्राम पर @ learnerbytes_ नाम के हैंडल से एक वीडियो पोस्ट किया गया है. इसमें चींटियों के एक प्राचीन शहर के बारे में भी जानकारी दी गई है. बताया गया है कि वैज्ञानिकों को चींटियों के सैकड़ों साल पुराने ठिकाने का पता चला. इसके बाद वैज्ञानिकों ने उसका अध्ययन करने के लिए लगातार तीन दिन तक उसके अंदर सीमेंट का घोल डालते रहे. इसमें करीब 10 टन सीमेंट का घोल खप गया. जब सीमेंट ठंडा होकर ठोस हो गया, तो इसकी खुदाई की गई.
दो मंजिली इमारत इतना बड़ा था शहर
खुदाई के बाद 10 दिनों तक इसकी साफ-सफाई की गई. तब जाकर चीटियों के विशाल सम्राज्य का एक स्ट्रक्चर सामने आया. जमीन के अंदर करीब दो मंजिली इमारत इतनी गहरा नेटवर्क फैला हुआ था. ये काफी चौंकाने वाला था. इसमें एक अरब चींटियां रहती थी.
अंदर थी सड़कें, गोदाम, कॉलोनियां और पार्क
जमीन के अंदर चींटियों ने एक पूरा बड़ा सा शहर बना रखा था. यह शहर जमीन के अंदर काफी बड़े क्षेत्र में फैला था. इसमें चींटियों ने बकायदा आने-जाने के लिए सड़क, हाइवे, रहने के लिए कॉलोनियां, खाने के समान स्टोर करने के लिए बड़े-बड़े गोदाम, फंगल गार्डेन, गारबेज सेंटर और रिसायक्लिंग पार्क भी थे.