
एशिया की सबसे लंबी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जोजिला सुरंग की आज आधारशिला रखी गई है. यह सुरंग श्रीनगर, करगिल और लेह के बीच सभी मौसमों में संपर्क मुहैया कराएगी. इस सुरंग के निर्माण से जोजिला दर्रे को पार करने का समय साढ़े तीन घंटे से घटकर मात्र 15 मिनट हो जाएगा.
जोजिला दर्रा श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. सर्दियों में भारी हिमपात के कारण यह बंद हो जाता है जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर से सड़क संपर्क टूट जाता है. इस परियोजना में 14.15 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने का लक्ष्य है जिसमें दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही होगी.
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पांच साल में इसका निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य है. सुरंग निर्माण की लागत 6,809 करोड़ रुपये होगी. पीएम मोदी ने इसके शिलान्यास के वक्त कहा- ‘मैंने संबंधित मंत्रालय से कहा है कि वह इस परियोजना के पूरा होने के समय को कम करने के रास्ते तलाशे.’
मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के प्रत्येक नागरिक को गर्व होगा कि केंद्र और राज्य सरकार इतनी तेजी से विकास कर रही है. उन्होंने कहा कि निवेश की गई धनराशि स्थानीय परिवारों के पास जाएगी क्योंकि इन परियोजनाओं के जरिए रोजगार पैदा होगा. सरकार के मुताबिक, इस सुरंग से इन क्षेत्रों का आर्थिक और सामाजिक - सांस्कृतिक एकीकरण होगा. यह सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है.