Advertisement

खूबसूरती बेहतर या अक्लमंदी? पाकिस्तान के इस लड़के का जवाब हो गया वायरल, Video

क्या एक खूबसूरत इंसान अक़्लमंद इंसान पर भारी पड़ता है? ज्यादातर लोग मानते हैं कि अक्ल खूबसूरती से ज्यादा मायने रखती है इस पर कई लोगों की वाजिब दलीलें भी हैं, लेकिन इसके उलट, खूबसूरत होना कहीं ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. अब इसी सवाल पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है.

पाकिस्तान का ये क्लिप सोशल मीडिया पर हुआ वायरल (Image Credit-greenentertainment.official) पाकिस्तान का ये क्लिप सोशल मीडिया पर हुआ वायरल (Image Credit-greenentertainment.official)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 3:17 PM IST

क्या एक खूबसूरत इंसान अक्लमंद इंसान पर भारी पड़ता है? ज्यादातर लोग मानते हैं कि अक्ल खूबसूरती से ज्यादा मायने रखती है इस पर कई लोगों की वाजिब दलीलें भी हैं, लेकिन इसके उलट, खूबसूरत होना कहीं ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. अब इसी सवाल पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है.

यह वायरल वीडियो पाकिस्तान के एक टीवी शो का क्लिप है, जहां एक युवक ने खूबसूरती बनाम अक्लमंदी पर ऐसी जबरदस्त स्पीच दी कि लोग दंग रह गए! उनकी दलीलें इतनी प्रभावशाली थीं कि यह क्लिप भारत में भी तेजी से वायरल हो रही है और लोग इस पर अपनी राय रख रहे हैं. 

Advertisement

पाकिस्तान के greenentertainment.official इंस्टा पेज पर इसे शेयर किया गया है, जिसका कैप्शन है-क्या हसीन होना जहीन होने से बेहतर है?.जहीन का मतलब अक्लमंद होता है, जबकि हसीन का अर्थ खूबसूरत होता है.

पहले देखिए ये वीडियो

 

वीडियो में क्या दी गई दलील

वीडियो में दलील दी जाती है कि यह दुनिया खूबसूरत चेहरे याद रखती है, न कि फार्मूले ईजाद करने वालों को. एक अक़्लमंद इंसान खुद को बेहतर साबित करने में पूरी जिंदगी लगा देता है, जबकि खूबसूरती यह काम बस कुछ पलों में कर देती है. अगर जहीन होना इतना बेहतर होता, तो दुनिया खूबसूरत दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी नहीं कराती, बल्कि दिमाग़ तेज करने के लिए कुछ और तरीका अपनाती.

सोशल मीडिया पर क्या आया रिएक्शन

जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, लोगों की कमेंट भी सामने आने लगीं. कुछ लोगों के मुताबिक, यह बात मजाक में तो सही कही जा सकती है, लेकिन असल में इंसान का दिमाग ही उसकी शख्सियत बनाता है. सारी जिंदगी दिमाग ही इंसान का साथ देता है, खूबसूरती नहीं.

Advertisement

वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि ये दलीलें सुनने में तो अच्छी लगती हैं, लेकिन दरअसल यह एक तंज था, जो इंफ्लूएंसर और टिकटॉकर्स पर कसा गया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement