
बीयर और तरह-तरह के शराब बाजार में मिलना आम बात है. इन ड्रिंक्स के बड़े से बड़े शौकिन लोगों को भी पता नहीं होगा कि आखिर कब से इंसान बीयर या फरमेंटेड शराब पी रहे हैं. साक्ष्य बताते हैं कि लोग 13,000 वर्ष पहले से ही बीयर पीते थे.
दूसरों के साथ सामाजिक मेलजोल बढ़ाने के लिए बीयर पीना या वाइन का गिलास टकराना कोई आधुनिक संस्कृति नहीं है. वास्तव में, मनुष्य प्राचीन काल से ही शराब बनाते और पीते आ रहे हैं. इतिहास में कई वजहों से शराब के सेवन के सबूत मिलते हैं. इनमें धार्मिक अनुष्ठानों के हिस्से के रूप में, सामाजिक बंधन के लिए, औषधीय उद्देश्यों के लिए और जश्न में इसके लुत्फ उठाने के रूप में इसके इस्तेमाल के साक्ष्य मिले हैं.
बीयर का प्रमाण इजराइल में 11,000 ईसा पूर्व में मिला
दुनिया में मानव निर्मित शराब का सबसे पहला सबूत वर्तमान हाइफ़ा, इजराइल के पास राकफेट गुफा में एक दफन स्थल पर खोजा गया था. यहां नटुफियन - पूर्वी भूमध्य सागर में शिकारी-संग्राहकों के एक समूह को दफनाया गया था. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने गुफा में पाए गए 13,000 साल पुराने पत्थर के अवशेषों का विश्लेषण किया और बीयर बनाने के सबूतों की पहचान की.
नेचुफियन लोग करते थे बीयर का इस्तेमाल
जर्नल ऑफ आर्कियोलॉजिकल साइंस: रिपोर्ट्स में 2018 में प्रकाशित एक लेख में , लेखकों ने परिकल्पना की है कि नेचुफियन लोग अपने समुदाय के मृतक सदस्यों की स्मृति में अनुष्ठानिक भोज के लिए बीयर बनाते थे.
अनुष्ठानों के दौरान होता था इस्तेमाल
स्टैनफोर्ड में चीनी पुरातत्व के प्रोफेसर ली लियू ने एक बयान में कहा कि यह खोज दर्शाती है कि शराब बनाना जरूरी नहीं कि कृषि अधिशेष उत्पादन का परिणाम था, बल्कि इसे कृषि से पहले, कम से कम कुछ हद तक, अनुष्ठान उद्देश्यों और आध्यात्मिक जरूरतों के लिए विकसित किया गया था.
आज के बीयर से काफी अलग था नेचुफियन बीयर
लेकिन टोरंटो विश्वविद्यालय में निकट एवं मध्य पूर्वी सभ्यता विभाग और पुरातत्व केंद्र में वरिष्ठ अनुसंधान सहयोगी और व्याख्याता स्टीफन डी. बटियुक के अनुसार , नेचुफ़ियन का बीयर का संस्करण आज हम जो पीते हैं, उससे बिल्कुल अलग है. यह एक ताज़ा पेय से ज़्यादा दलिया या दलिया जैसा था.
यहां मिले अंगूर से बने शराब के अवशेष
जॉर्जियाई राष्ट्रीय संग्रहालय में प्रदर्शित एक नवपाषाणकालीन जार, जिसका उपयोग संभवतः शराब बनाने के लिए किया जाता था. बटियुक कहते हैं कि जॉर्जिया के त्बिलिसी के पास दो पुरातत्व स्थलों में खुदाई के दौरान 5,980 ईसा पूर्व के बड़े मिट्टी के बर्तनों पर मिले अवशेष अंगूर से बनी पारंपरिक शराब के सबसे पुराने सबूत हैं.
जॉर्जिया में मिले शराब का आमदिनों भी खूब होता था इस्तेमाल
मैकगवर्न के नेतृत्व में शोध दल ने 2017 में नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की प्रोसिडिंग में अपने निष्कर्ष प्रकाशित किए. शराब के साक्ष्य घरेलू संदर्भों में विभिन्न सामाजिक वर्गों से जुड़े कई स्थलों पर पाए गए. बटियुक बताते हैं कि इस तरह के पेय उस वक्त समाज में काफी व्यापक थे. यह एक आम पेय था. इसे "रोजमर्रा के किसानों" द्वारा बनाया जाता था.
ये हैं अंगूर से बने इन शराब के सबसे प्राचीन प्रमाण
वहां ऐसे कुल आठ बड़े मिट्टी के बर्तनों में प्राचीन शराब के अवशेष पाए गए. संभवतः फरमंटेशन, उम्र बढ़ने और शराब के भंडारण के लिए उपयोग किए जाते होंगे. कुछ बर्तन अंगूर और नाचते हुए पुरुषों की तस्वीरों से सजाए गए थे, बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार अवशेषों में टार्टरिक एसिड था, जो केवल मध्य पूर्व में यूरेशियन अंगूर ( विटिस विनीफेरा ) में महत्वपूर्ण मात्रा में पाया जाता है. साथ ही इससे बनने वाली शराब में भी. इसमें मैलिक, साइट्रिक और सक्सिनिक एसिड भी थे, जो उसी प्रकार के अंगूर में पाए जाते हैं.