
सोशल मीडिया पर कब किस बात पर बहस छिड़ जाए, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. इसी तरह की एक पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तेजी से ट्रेंड कर रही है. यूजर #BrahminGene लिखकर अपनी राय शेयर कर रहे हैं.
आइये जानते हैं #BrahminGene क्यों कर रहा है ट्रेंड
कंटेंट मार्केटिंग कंपनी की फाउंडर और CEO अनुराधा तिवारी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की. पोस्ट के बाद एक्स पर ये ट्रेंड पर आ गई. दरअसल, अनुराधा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें वह नारियल पानी पकड़े हुए अपनी मसल्स दिखा रही हैं. लेकिन इस तस्वीर के साथ लिखे दो शब्दों ने विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा था- ब्राह्मण जीन.
देखें पोस्ट
इस पोस्ट के बाद एक्स पर बहस छिड़ गई. किसी ने इसकी आलोचना की, तो कुछ लोग अनुराधा तिवारी के समर्थन में उतरे. सोशल मीडिया पोस्ट को अब तक 5 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
क्यों छिड़ी इस पोस्ट पर बहस
इस पोस्ट पर किसी को लगा देश में जातिवाद की बहस फिर छेड़ी जा रही है. किसी का ये कहना था की आज के दौर में किसी इंसान को जाति पर गर्व क्यों नहीं करना चाहिए. 23 अगस्त को, अपनी पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस के एक दिन बाद, अनुराधा तिवारी ने इसका जवाब दिया.
मुझे उम्मीद थी सिर्फ ब्राह्मण शब्द लिखने से ही लोगों की भावनाएं आहत हो गई हैं. उन्होंने बात आगे लाते हुए कहा ऊंची जाति वाले को सिस्टम से कुछ नहीं मिलता है. इसके बाद अनुराधा तिवारी ने एक्स पर #BrahminGene हैशटैग के साथ पोस्ट की झड़ी लगा दी. जहां वो अपनी पोस्ट के और भी पहलुओं पर अपनी राय देते हुए दिखीं.
चेतन भगत ने भी किया रिएक्ट, #indiangenes की बात
ब्राह्मण जीन वाले पोस्ट लेखक चेतन भगत ने भी राय दी. साथ ही इसके जवाब में इंडियन जीन का हैशटैग चलाया. एक एक्स पोस्ट पर उन्होंने कहा की जितना ज्यादा जाति का मुद्दा उठाया जाएगा. उतना ही हिंदू वोटो की एकजुटता टूटेगी. विपक्ष ये बात समझती है. और हां #BrahminGene भी हिंदू वोटों को बांटने वाला है. पता नहीं लोगों को इसका अहसास है या नहीं. उन्होंने #Indiangenes हैशटैग के साथ अपनी तस्वीर भी पोस्ट की.
बाद में अनुराधा ने चेतन भगत को रिप्लाई करते हुए लिखा की क्या ब्राह्मण के खिलाफ नफरत हिंदुओं को एक करती है. या जातिगत गणना हिंदुओं में एकता लाएगी. फिलहाल ये बहस अभी भी खत्म नहीं हुई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी है. लोग पक्ष-विपक्ष पर अपनी-अपनी राय दे रहे हैं.