
बिहार में लगातार दूसरे वर्ष 12वीं की परीक्षा में टॉपर विवाद के बाद पूर्व में टॉपर रहे छात्रों की भी मुश्किलें बढ़ी हैं. कई छात्र अब टॉपर कहे जाने से बचना चाहते हैं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा इस वर्ष आयोजित 12वीं की परीक्षा परिणाम के बाद एक बार फिर कला संकाय के टॉपर गणेश को लेकर विवाद हो गया. गणेश के फर्जीवाड़े को लेकर उसकी गिरफ्तारी का असर अब दूसरे टॉपर पर भी होने लगा है. कल तक जो छात्र अपनी शान में राज्य का टॉपर बताते थे, अब वे खुद को 'टॉपर' नहीं कहलाना चाहते.
वर्ष 2014 में वाणिज्य संकाय में टॉपर रहे अविनाश अब टॉपर नहीं कहलाना चाहता. अविनाश कहते हैं, 'अब मुझे टॉपर बनने का अफसोस हो रहा है. इस कारण साक्षात्कार में कहीं मुझे दिक्कतें ना हो, इसके लिए मैंने बायोडाटा से 'टॉपर' का शब्द ही हटा दिया है.'
बिहार के एक सरकारी स्कूल में 12वीं के छात्र ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर तंज कसते हुए कहते हैं, '10वीं में मैं स्कूल का टॉपर छात्र था और मुझे इसकी खुशी भी थी, परंतु मुझे राज्य टॉपर नहीं होना है.'
वर्ष 2009 में 12वीं की परीक्षा के विज्ञान संकाय में टॉपर रहे अमन राज ने कहा कि पिछले वर्ष से ही उन्होंने अपने बायोडाटा से 'टॉपर' शब्द हटा लिया है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिहार का टॉपर कहलाना अब शान की बात नहीं लगती.
उल्लेखनीय है कि 82 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाकर राज्य टॉपर बने गणेश की हकीकत दो दिन बाद सामने आ गई. जन्मतिथि में हेरफेर करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसके परीक्षा परिणाम को रद्द कर दिया गया. पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
पिछले वर्ष भी इसी तरह 12वीं के कला संकाय की टॉपर रही रुबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव कुमार के विषय संबंधित और सामान्य ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार को टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद राज्य में टॉपर बनने में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था.
रुबी ने टीवी चैनलों के साक्षात्कार के दौरान पॉलिटिकल साइंस को 'प्रोडिकल साइंस' बताते हुए कहा था कि राजनीति विज्ञान में खाना बनाने की पढ़ाई होती है.