
अपनी प्रेग्नेंसी की जानकारी देने के बाद एक महिला को नौकरी से निकाल दिया गया. बॉस के इस फैसले के खिलाफ महिला कर्मचारी ने मुकदमा कर दिया. अब कोर्ट ने कंपनी को महिला को 4 लाख 60 हजार रुपये हर्जाना देने का फैसला सुनाया है.
द सन के मुताबिक, मामला ब्रिटेन का है, जहां 30 साल की हेजेज स्टेन्स एक प्राइवेट फर्म में जॉब करती थीं. उन्हें कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम पर रखा गया था. इसी बीच उन्होंने अपनी महिला बॉस को बताया को वो प्रेग्नेंट हैं. साथ ही हेजेज ने कहा कि वो काम पर नहीं आ सकतीं. ये सुनते बॉस चेरिल फिनलेसन नाराज हो गईं.
इसके कुछ समय बाद चेरिल ने हेजेज को नौकरी से निकाल दिया. बॉस ने कहा- 'हमने आपको केवल एक कॉन्ट्रैक्ट पर रखा है और अब आप मुझे बता रही हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं.' सिर्फ दो महीने बाद नौकरी से निकाल दिए जाने के खिलाफ हेजेज ने ट्रिब्यूनल कोर्ट में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया.
2019 में हुई इस घटना को लेकर हाल ही में कोर्ट ने फैसला सुनाया है. ट्रिब्यूनल कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि हेजेज को एक कस्टमर के घर विजिट पर जाना था. लेकिन हेजेज ने अपनी प्रेग्नेंसी का हवाला देते हुए जाने से मना कर दिया. जब ये बात बॉस चेरिल को पता चली तो उनकी हेजेज से बहस हो गई. इसके बाद हेजेज को नौकरी से निकाल दिया गया.
कोर्ट में हेजेज ने इसे अपमान बताया और बॉस के व्यवहार को भेदभाव वाला बताया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने हेजेज के हक में फैसला सुनाया और कंपनी को 4 लाख 60 हजार रुपये हर्जाने के तौर पर देने का आदेश दिया.
हालांकि, कोर्ट ने हेजेज के प्रेग्नेंसी के कारण भेदभाव वाले दावे को खारिज कर दिया. भावनाओं को आहत करने, आर्थिक नुकसान पहुंचाने के दावे को सही माना.