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Bournvita में ज्यादा शुगर और खतरनाक केमिकल? 1 मिनट के वीडियो पर बवाल और सफाई, जानिए पूरी डिटेल

बॉर्नविटा को भारत में बच्चों के दूध में मिलाकर इसलिए पिलाया जाता है, ताकि वह हेल्दी रहें. लेकिन अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. मामले में कंपनी ने भी बयान जारी किया है.

वीडियो के कारण बॉर्नविटा पर मचा बवाल (तस्वीर- ट्विटर) वीडियो के कारण बॉर्नविटा पर मचा बवाल (तस्वीर- ट्विटर)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 8:31 AM IST

कैडबरी बॉर्नविटा के बारे में लगभग हर कोई जानता है. दूध में मिलाकर पिया जाने वाला ये हेल्थ ड्रिंग घर-घर में मिलता है. इसके दीवाने न केवल बच्चे बल्कि बड़े भी हैं. लेकिन बीते कई दिनों से इस पर विवाद चल रहा है.

एक लड़के ने सोशल मीडिया पर करीब एक मिनट का वीडियो पोस्ट किया था. उसी पर ऐसा हंगामा मचा कि कंपनी सवालों के घेरे में आ गई. लोग भड़के और बॉर्नविटा को बायकॉट करने की मांग उठी. मामला इतना बढ़ा कि कंपनी ने लड़के को लीगल नोटिस तक भेज दिया. जिसके बाद उसे अपना पोस्ट हटाना पड़ा.

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वीडियो में क्या कहा गया है?

सोशल मीडिया पर इन्फ्लुएंसर रेवंत हिमतसिंगका ने एक वीडियो शेयर कर बॉर्नविटा की मिठास पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बॉर्नविटा में भारी मात्रा में शुगर है. इसमें कोको सॉलिड्स और कैंसर पैदा करने वाले रंग हैं. जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है. रेवंत एक न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच भी हैं.

कंपनी ने लिया एक्शन

रेवंत हिमतसिंगका का वीडियो तेजी से वायरल हो गया. सोशल मीडिया पर खूब बहस छिड़ी. ऐसा इसलिए क्योंकि बॉर्नविटा की मार्केटिंग बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक के तौर पर की जाती है.

लोगों ने कंपनी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए. बॉर्नविटा को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगीं. जिसके बाद कंपनी ने रेवंत के खिलाफ लीगल नोटिस जारी कर दिया. इसके बाद उन्होंने वीडियो को डिलीट किया.

लेकिन तब तक इसे 12 मिलियन व्यूज मिल चुके थे और ये अब भी सोशल मीडिया पर चक्कर लगा रही है. वीडियो को अभिनेता और राजनेता परेश रावल और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने भी शेयर किया था.   

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बढ़ा विवाद, रेवंत ने दिया बयान

कंपनी द्वारा लीगल नोटिस भेजे जाने के बाद भी मामला नहीं थमा. पोस्ट हटाए जाने के बाद भी लोगों ने सोशल मीडिया पर हंगामा जारी रखा. इन्होंने कहा कि कंपनी ऐसा कर लोगों की आवाज दबा रही है.

लीगल नोटिस मिलने के बाद रेवंत ने अपने इंस्टाग्राम पर बयान देते हुए लिखा, '13 अप्रैल, 2023 को भारत की सबसे बड़ी कानून कंपनियों में से एक से लीगल नोटिस मिलने के बाद मैंने सभी प्लेटफार्म से वीडियो को हटाने का फैसला लिया है.

वीडियो बनाने के लिए मैं कैडबरी से माफी मांगता हूं. मेरा किसी ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने या किसी कंपनी को बदनाम करने का इरादा नहीं था और मेरे पास कानूनी मामले में पड़ने के लिए रुचि और संसाधन नहीं हैं. मैं बहुराष्ट्रीय कंपनियों से अनुरोध करता हूं कि वे इसे कानूनी रूप से आगे न बढ़ाएं.'

कंपनी ने क्या कहा?

कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि ये दावे (रेवंत के दावे) 'अवैज्ञानिक' हैं और 'उन्होंने (रेवंत) तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और झूठे और नकारात्मक अनुमान लगाए हैं'. कंपनी ने कहा कि उसे बीते 7 दशक से अधिक वक्त से भारतीय ग्राहकों का प्यार मिल रहा है. बॉर्नविटा में विटामिन A, C, D, आयरन, जिंक, कॉपर और सेलेनियम न्यूट्रिएंट्स हैं, यह इम्युनिटी बढ़ाते हैं.

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कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि बॉर्नविटा का फॉर्मूलेशन वैज्ञानिक रूप से न्यूट्रिशनिस्ट और फूड साइंटिस्ट की एक टीम द्वारा बेहतर तरीके से "स्वाद और स्वास्थ्य" प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है.

कंपनी ने कहा, 'हमारे सभी दावे वेरिफाइड और ट्रांसपेरेंट हैं और सभी इंग्रीडिएंट्स को रेगुलेटरी से अप्रूवल मिला है. ग्राहकों को न्यूट्रीशन के बारे में बताने के लिए पैक पर सभी आवश्यक पोषण संबंधी जानकारी का उल्लेख किया गया है.' कंपनी ने कहा कि वीडियो ने 'चिंता और उपभोक्ताओं द्वारा बॉर्नविटा जैसे ब्रांड पर किए गए भरोसे पर सवाल खड़ा किया है.' इसी को लीगल नोटिस के पीछे का कारण बताया गया है.

कैडबरी की मालिक कंपनी मोंडेलेज इंडिया ने कहा कि 20 ग्राम बॉर्नविटा में 7.5 ग्राम शुगर होती है, जो करीब 1.5 चम्मच हुआ. यह बच्चों के लिए शुगर की दैनिक लिमिट से बहुत कम है. कारमेल कलरेंट (150C) पर कंपनी ने कहा कि यह 'नियमों द्वारा परिभाषित दिशा निर्देशों के अनुसार एक लिमिट के भीतर' है. उसने कहा, 'सभी इंग्रीडिएंट्स सेफ हैं, उपयोग के लिए अप्रूव्ड हैं और रेगुलेटरी दिशा निर्देशों के अनुसार लिमिट में हैं.'

कितनी शुगर का सेवन सही?

नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, एक वयस्क को 30 ग्राम से अधिक शुगर नहीं लेनी चाहिए, 7-10 साल के बच्चों को 24 ग्राम और 4-6 साल के बच्चों को 19 ग्राम से अधिक शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए. यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. 

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वहीं अमेरिका में 2020-2025 के आहार से जुडे़ दिशा निर्देशों में 2 साल और उससे अधिक उम्र के अमेरिकी लोगों की कुल कैलरी के 10 प्रतिशत से कम शुगर की सीमा तय की गई है.

अमेरिकन हार्ट एसोसिएश (एएचए) के दिशा निर्देशों में बताया गया है कि अधिकतर पुरुषों को हर दिन 38 ग्राम या 9 चम्मच से अधिक शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए. वहीं महिलाओं को 25 ग्राम यानी 6 चम्मच से ज्यादा और 2-18 साल के बच्चों को 25 ग्राम यानी 6 चम्मच से ज्यादा शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए. 

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