
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से लक्षद्वीप की यात्रा की है, तब से ये भारत समेत दुनिया के कई देशों में ट्रेंड कर रहा है. इससे मालदीव की टेंशन बढ़ गई है. क्योंकि खूबसूरती के लिहाज से लक्षद्वीप मालदीव को टक्कर देता नजर आ रहा है. भारतीय अब खुलकर बातचीत कर रहे हैं कि लाखों रुपये खर्च कर मालदीव जाने से बेहतर है कि लक्षद्वीप जाएं. हालांकि भारतीयों की बातें सुनकर मालदीव के लोगों को मिर्ची लग गई. उन्होंने भारतीयों के खिलाफ नस्लवादी ट्वीट करने शुरू कर दिए. मालदीव की सत्तारूढ़ पार्टी को भी जलन होने लगी. पार्टी के एक नेता ने भारतीयों को लेकर घटिया टिप्पणी कर दी.
मालदीव की सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के नेता जाहिद रमीज ने भारतीयों का मजाक उड़ाने की कोशिश की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट किया. उनके अलावा मालदीव की ट्रोल आर्मी ने भी भारत के खिलाफ ट्वीट करने शुरू कर दिए. जिससे भारतीयों को गुस्सा आ गया. इसके बाद से ही भारत में #BoycottMaldives अभियान शुरू हो गया है. लोग मालदीव का जमकर विरोध कर रहे हैं.
यहां के नेता जाहिद रमीज ने पीएम मोदी की मालदीव से जुड़ी यात्रा का वीडियो रीट्वीट करते हुए लिखा, 'अच्छा कदम है. हालांकि, हमसे कॉम्पिटीशन करने का विचार भ्रामक है. वो हमारे द्वारा प्रदान की जाने वाली सर्विस कैसे प्रदान कर सकते हैं? वो इतने साफ कैसे हो सकते हैं? कमरों में आने वाली गंध सबसे बड़ी दिक्कत होगी.'
मालदीव के नेताओं के ऐसे घिनौने ट्वीट से इतना तो साफ हो गया है कि पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव के टूरिज्म को तगड़ा झटका जरूर लगने वाला है. लोग जाहिद रमीज की इस टिप्पणी का भी खूब विरोध कर रहे हैं.
भारत हमेशा से ही मालदीव की मदद करता आया है. भारतीय ही लाखों रुपये खर्च कर मालदीव में छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं. इसी से इस देश की अर्थव्यवस्था चलती है. लोगों को रोजगार मिलता है. बावजूद इसके मालदीव भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. यहां के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मोइजू भारत के खिलाफ नजर रखे है. उन्होंने पद पर आसीन होने के बाद पहले तुर्की की यात्रा की और फिर चीन जाने की बात कही. लेकिन भारत के लोग फैशन ट्रेंड के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर मालदीव में छुट्टियां मनाते हैं.