
ब्राजील के 37 वर्षीय एथोस सैलोमे एक सेल्फ प्रोक्लेम्ड साइकिक हैं. उन्हें 'द लिविंग नास्त्रेदमस' भी कहा जाता है. क्योंकि, उनकी भविष्यवाणियां कई बार सच साबित हुई हैं. उनकी भविष्यवाणी में क्वीन की मृत्यु, एलोन मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण और यूरो 2024 में स्पेन की जीत जैसी चीजें सच हो चुकी हैं.
अभी पिछले महीने ही उन्होंने कहा था कि 'सरकारों और रिलीजियस बॉडीज को 2026 और 2028 के बीच एलियंस की खोज के नैतिक निहितार्थों से जूझना होगा'. उन्होंने हाल ही में डेली स्टार को बताया- 'साल 2028 में आधुनिक दुनिया में लोग मान चुके होंगे कि दूसरे ग्रहों पर जीवन का अस्तित्व है.
अब उन्होंने दावा किया है कि एलियंस के इंसानों से कॉन्टेक्ट को लेकर उनकी भविष्यवाणी के सच होने की शुरुआत हो गई है. क्योंकि साइंटिफिक रिसर्च से पता चला है कि एथोस की भविष्यवाणी काफी अधिक सटीक हो सकती हैं.' एथोस ने पहले भविष्यवाणी की थी कि नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) जुपिटर के चांद यूरोपा के समुद्र की गहराई में जीवन की पहचान करेंगे. इतना ही नहीं, बल्कि यह 2026 और 2028 के बीच होने की उम्मीद है, और खोजे गए जीव पृथ्वी पर हमारे लिए बायोलॉजिकली बहुत कॉम्प्लेक्स होंगे.
इस सप्ताह की शुरुआत में, पैसिफिक ओशियन के तल में आलू जैसी गांठों की खोज से इस बात को चुनौती मिली है कि पृथ्वी पर जीवन कैसे उभरा. वैज्ञानिकों ने पाया कि ये गांठें पूर्ण अंधकार में और जीवित जीवों की मदद के बिना ऑक्सीजन का उत्पादन करती हैं. इसे लाइवसाइंस के अनुसार 'डार्क ऑक्सीजन' करार दिया गया है.
रिसर्च को लीड करने वाले एंड्रयू स्वीटमैन ने कहा 'ग्रह पर एरोबिक जीवन शुरू करने के लिए, ऑक्सीजन होना चाहिए और अबतक हमारी समझ यह रही है कि पृथ्वी की ऑक्सीजन आपूर्ति प्रकाश संश्लेषक जीवों से शुरू हुई. लेकिन अब मुझे मालूम हुआ है कि गहरे समुद्र में जहां कोई रोशनी नहीं है वहां ऑक्सीजन मिली है. ऐसे में फिर सवाल उठा है कि एरोबिक जीवन कहां से शुरू हुआ होगा?
इस खोज पर एथोस ने कहा- 'इन जीवों में ऑर्गेनेल का एक सेट होता है जो पूरी तरह से नई बायोलॉजिकल प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है. जून में एथोस की एलियंस को लेकर भविष्यवाणी के बाद, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक खगोल भौतिकीविद् जेसी क्रिस्टियनसेन ने शाइनिंग साइंस को बताया कि हम अपने जीवनकाल में अपने जैसा ही एक ग्रह ढूंढ लेंगे जहां एलियंस हो सकते है.