
ब्रिटेन में एक घुमावदार मोटरवे एम49 है जिसे ‘घोस्ट जंक्शन’ यानी 'भूतिया जंक्शन' नाम के से भी जाना जाता है. इसके बनने में कुछ £50 मिलियन (500 करोड़ रुपये से ज्यादा) की लागत आई थी. लेकिन इसके बावजूद इसे कभी इस्तेमाल नहीं किया गया. यहां से कभी एक कार तक नहीं गुजरी. यानी ये सड़क कभी चालू ही नहीं हुई.
कहां है घोस्ट जंक्शन?
द सन के अनुसार ग्लॉस्टरशायर में एवनमाउथ के पास एम49 जंक्शन का निर्माण 2019 के अंत में नेशनल हाईवेज ने पूरा किया था. ये ब्रिस्टल के पास सेवर्न बीच और चिटरिंग के बीच बना हुआ है. हालांकि बनने के 3 साल बाद भी इसे चालू नहीं किया जा सका.
चालू होगा घोस्ट जंक्शन
दरअसल, इस हाइवे में अभी भी एक लिंक रोड और एक्सेस रूट मार्ग की कमी है, जिससे ड्राइवरों को सेवर्नसाइड इंडस्ट्रियल एस्टेट, अमेज़ॅन गोदामों, टेस्को और लिडल तक पहुंचने में मुश्किल है. लेकिन अब, ब्रिस्टल लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, 'घोस्ट जंक्शन' को चालू किए जाने की बातचीत चल रही है.
साउथ ग्लॉस्टरशायर काउंसिल ने पुष्टि की कि 160 मीटर की सड़क को चालू करने के लिए योजना आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं, जिससे समस्या का समाधान हो जाएगा. इस योजना का उद्देश्य मोटरवे राउंडअबाउट को स्थानीय बिजनेस पार्क की ओर जाने वाली सड़कों से जोड़ने के लिए परिवहन विभाग से £7 मिलियन का फंड लेना है.
क्यों कहते हैं ‘घोस्ट जंक्शन’?
घोस्ट जंक्शन नाम से अधिकतर लोगों को लग सकता है कि कुछ भूतिया होने के चलते ये सड़क कभी चालू नहीं हुई होगी., लेकिन ऐसा नहीं है. दरअसल, दो से अधिक सड़कों के मिलने के स्थान को जंक्शन कहते हैं और 2019 में बनने के बाद से भी इसके चालू न होने और वीरान पड़े रहने के चलते इसे ‘घोस्ट जंक्शन’ कहा जाने लगा.
अगले साल शुरू हो सकता कंस्ट्रक्शन
माना जाता है कि ये नया रूट भीड़भाड़ को कम करेगा, साइकिल मार्गों को मजबूत करेगा और इससे सेवर्नसाइड इंडस्ट्रियल एस्टेट तक सीधी पहुंच होगी. साउथ ग्लॉस्टरशायर काउंसिल के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि प्लान एप्लीकेशन के अभी भी एक्सेप्ट होने की इंतजार हो रहा है - लेकिन ऐसा माना जाता है कि कंस्ट्रक्शन अगले साल किसी समय शुरू हो सकता है. एक बार प्लान एक्शन में आने के बाद, अधिकारियों ने 12 महीनों के भीतर पूरा होने का अनुमान लगाया है.
अभी भी अधर में लटक सकता है प्रोजेक्ट
लेकिन, उन्होंने ये भी कहा कि ये एक बहुत मुश्किल परियोजना है. वर्तमान में निर्माण अगले साल शुरू होने वाला है, लेकिन यह योजना प्रक्रिया और निजी स्वामित्व वाली भूमि को सुरक्षित रखने पर डिपेंड करती है. हालाँकि, जब तक परिषद को आवश्यक लेन नहीं मिल जाती, तब तक सब कुछ अधर में लटका रहेगा. यह अब तक एक कठिन प्रक्रिया रही है, जिसमें जमीन का मालिक कौन है, इसे लेकर कई समस्याएं सामने आई हैं. यह पता चलने के बाद कि प्रस्तावित कंस्ट्रक्सन साइट दो कंपनियों के नियंत्रण में है, परिषद खुद अधिकार प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही है. अगर सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहा, तो यह अनुमान लगाया गया है कि 2025 तक ये सड़क पूरी होकर खुल सकती है.