
हरियाणा के हिसार में धूमधाम के साथ भैंस के बछड़े का जन्मदिन मनाया गया. पिछले 6 सालों से बछड़े का जन्मदिन मनाया जा रहा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि हिसार गौरव क्लोन नाम का बछड़ा (झोटा) बेहद ही उम्दा नस्ल का है. यह 910 किलो का है जो काफी हेल्दी है. हिसार भैंस अनुंसधान केद्र के क्लोनिंग प्रभारी डॉक्टर पीएस यादव ने बताया कि गौरव क्लोन बछड़ा (झोटा) का जन्मदिन हर साल मनाया जाता है. शोधार्थियों ने हिसार गौरव यानी क्लोन मुर्राह झोटा के सीमन से एक या दो नहीं बल्कि 25 भैंस-झोटे (मेल-फीमेल) तैयार कर किए हैं. इनका नाम हिसार गौरव रखा गया है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि हिसार गौरव के सीमन के जरिए आने वाले समय में कम दूध देने वाली भैंसों की आबादी को अपग्रेड किया जाएगा. ये झोटे कीमती हैं, उनके सीमन से ज्यादा दूध देने वाली भैंस तैयार होगी. इससे इनकी संंख्या में इजाफा होगा. यह तकनीक आने वाले समय में दूसरे पालतू पशुओं में भी प्रयोग की जाएगी. यह तकनीक अगर ऐसे ही सफल रही तो आने वाले समय में पशुपालकों के लिए नया युग होगा. क्लोन के सीमेन प्रोडेक्शन में आ चुके है और 15 हजार सिमेन स्टोरेज किए गए है.
डॉक्टर यादव ने बताया इनकी समय समय पर हर प्रकार की वैज्ञानिक जांच की जाती है. इनके सभी पैरामीटर अच्छे चल रहे हैं और दो बच्चे वयस्क हो चुके है हिसार गौरव के बच्चे काफी उतम नसल के पाए गए है. पीछले छह सालों से हम इनका जन्मदिन मना रहे हैं और इन्हें फूल मालाएं पहनाकर गुड़ खिलाया.
वैज्ञानिक अपनी शौध से काफी खुश हैं हिसार और सिरसा की भैंसों पर हिसार गौरव के सीमन का प्रशिक्षण किया. अब तक जन्में 25 पशुओं में 40 फीसद झोटे और 60 फीसद भैंस पैदा हुई है.