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चीन में कर्मचारियों को आग खिला रही थी कंपनी, दावा था- इससे कॉन्फिडेंस बढ़ेगा

चीनी में कुछ दफ्तरों में कर्मचारियों से कुछ अजीबोगरीब काम कराए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इससे लोगों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. लेकिन इन गतिविधियों से कर्मियों की जान पर बन आ रही है.

चीन के दफ्तरों  में कर्मियों को आग खाने पर किया जा रहा मजबूर (फोटो - Meta AI) चीन के दफ्तरों में कर्मियों को आग खाने पर किया जा रहा मजबूर (फोटो - Meta AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 4:53 PM IST

चीन की एक कंपनी को सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. जब एक कर्मचारी ने कंपनी द्वारा कराई गई एक 'असामान्य टीम-बिल्डिंग गतिविधि' का खुलासा किया.

कर्मचारी ने बताया कि उसे और अन्य कर्मचारियों को आत्मविश्वास बढ़ाने और अपने डर का सामना करने के लिए 'आग खाना' पड़ता है. इस घटना ने सोशल मीडिया पर भारी नाराजगी और चर्चा को जन्म दिया है.

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एक महिला कर्मचारी ने किया दावा
दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) के अनुसार, सोशल मीडिया यूजर 'रोंगरोंग' ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह दावा किया. उन्होंने लिखा कि कंपनी ने उन्हें और अन्य कर्मचारियों को जलती हुई कॉटन बड को मुंह में डालने के लिए मजबूर किया. वह डर के बावजूद यह करने के लिए तैयार हो गईं क्योंकि उन्हें अपनी नौकरी खोने का डर था.

ऐसी एक्टिविटी पेशेवर की कर सकते
उन्होंने लिखा कि इस क्रिया को करते समय सांस पर नियंत्रण, मुंह को गीला रखना और सही समय पर इसे बंद करना आवश्यक होता है. इसे सुरक्षित रूप से केवल प्रशिक्षित पेशेवर ही कर सकते हैं.रोंगरोंग ने आगे लिखा कि इसका उद्देश्य कंपनी के नेतृत्व को कर्मचारियों की 'जीतने की इच्छा और पैसा कमाने के संकल्प' को दिखाना था. उन्होंने इस अनुभव को 'अपमानजनक' बताया.

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आग को खाने की दी जाती है ट्रेनिंग
SCMP की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना अकेले रोंगरोंग की कंपनी तक सीमित नहीं है. पूर्वी चीन की एक टीम-बिल्डिंग कंपनी 'रेंझोंग' कर्मचारियों को 'आग खाने' की तकनीक सिखाने की सेवा प्रदान करती है. उनकी वेबसाइट पर यह दावा किया गया है कि वे मौके पर फायर सेफ्टी उपकरण भी उपलब्ध कराते हैं.

सोशल मीडिया पर लोग जता रहे गुस्सा
इस पोस्ट ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'डोयिन' पर भारी आक्रोश प्रकट किया है.  एक उपयोगकर्ता ने लिखा कि मजदूर कानूनों के तहत श्रमिकों की सुरक्षा के लिए अभी लंबा सफर तय करना है. दूसरे ने इसे 'आज्ञाकारिता का एक छिपा हुआ परीक्षण' करार दिया.

और भी हैं कई अजीबोगरीब घटनाएं
तीसरे यूजर ने एक व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए लिखा कि मेरी पिछली नौकरी में हमें दो मीटर ऊंचाई पर खड़े होकर, आंखें बंद करके, पीछे गिरना पड़ता था. हमें भरोसा करना पड़ता कि हमारे सहकर्मी हमें पकड़ लेंगे. कुछ लड़कियों को नहीं पकड़ा गया और वे जमीन पर गिर गई. मैं इतनी डर गई कि रोने लगी.

टीम-बिल्डिंग या सजा?
इस तरह के घटनाएं पहली बार सामने नहीं आई हैं. टीम-बिल्डिंग के नाम पर कई बार कर्मचारियों के साथ कठोर व्यवहार की खबरें आती रही हैं. एक घटना में, कंपनी के कर्मचारियों को रात में सड़क पर रेंगने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि वे एक गेम हार गए थे. एक अन्य घटना में, कर्मचारियों को ट्रैश बिन और अजनबियों को गले लगाने के लिए मजबूर किया गया, ताकि उनका आत्मविश्वास और टीम भावना बढ़ सके.

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इन घटनाओं को लोग मान रहे अपमानजनक
इस घटना ने कार्यस्थलों पर कर्मचारियों के साथ होने वाले व्यवहार और श्रमिक अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि, कंपनियां इसे आत्मविश्वास और साहस बढ़ाने का तरीका मानती हैं, लेकिन कई लोग इसे अपमानजनक और श्रमिक कानूनों का उल्लंघन मानते हैं.

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