
पूरी दुनिया आज क्रिसमस का जश्न मना रही है, लेकिन सीरिया के हामा शहर में ईसाई समुदाय इस मौके पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. मंगलवार को हामा शहर में क्रिसमस ट्री जलाने को लेकर भारी हंगामा हुआ, जब हजारों ईसाई सड़कों पर उतरे और विरोध जताया. प्रदर्शनकारी सीरियाई झंडे और ईसाई धर्म के प्रतीक क्रॉस के साथ सड़कों पर निकले.
क्यों हो रहा है विरोध
इस विरोध की वजह एक वायरल वीडियो है, जिसमें दो नकाबपोश लोग सुलैबिया शहर में क्रिसमस ट्री में आग लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह घटना सोमवार को सोशल मीडिया पर सामने आई और देखते ही ये वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो में दिखाया गया कि नकाबपोश शख्स क्रिसमस ट्री के पास खड़े हैं, लेकिन यह साफ नहीं है कि ट्री क्यों जलाया गया और इसके पीछे कौन लोग थे.
देखें वायरल वीडियो
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन मुख्य रूप से सीरिया की राजधानी दमिश्क के ईसाई इलाकों में हुए, जहां लोग नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने हाथों में लकड़ी के क्रॉस लिए हुए थे. रिपोर्ट कहती है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाए जाने के बाद देश के विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों, खासकर ईसाई समुदाय में डर का माहौल बना हुआ है.
विरोध प्रदर्शन की सामने आई तस्वीरें
कौन है जिम्मेदार
सीरिया की नई सरकार ने फिलहाल क्रिसमस ट्री जलाने या विरोध प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार ऑब्जर्वेटरी ने बताया कि इस घटना के लिए विदेशी लड़ाकों को जिम्मेदार ठहराया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. यह संगठन लंबे समय से सीरिया में हो रहे संघर्ष की निगरानी कर रहा है.
हाल ही में, हामा में एक ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च पर भी हमला हुआ था, जिसे लेकर चिंता जताई जा रही है कि सीरिया के अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया जा सकता है.