
एली सेगेटी (Aili Seghetti) करीब 15 साल पहले ब्रिटेन से भारत आई थीं. वह कंज्यूमर रिसर्चर और इंटीमेसी कोच थीं. वह पहली बार जब डेट पर गईं तो उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा, जो बातचीत उनके पार्टनर के साथ हुई, वह उन्हें काफी अजीब लगी.
उनको तब अहसास हो गया कि यहां (भारत में) लोग डेटिंग को लेकर अंजान हैं. मिसकम्युनिकेशन से भी ग्रस्त हैं. लोगों को इस बात की सामान्य जानकारी भी नहीं है कि किसी से नजदीकी बढ़ाने के लिए किस तरह अप्रोच करना चाहिए, किस तरह बात करनी चाहिए?
एली इससे पहले Bumble, Tinder और Facebook जैसी कई कंपनियों के लिए कंज्यूमर रिसर्च का काम कर चुकी हैं. वहीं वह सेक्स और इंटीमेसी कोच के तौर पर ट्रेनिंग भी दे चुकी हैं. उन्होंने कहा कि 'कल्चरल शिफ्टस' की वजह से भारत में डेटिंग ट्रेंड अलग है.
खुद के डेटिंग अनुभव के बाद ही उनके दिमाग में आया कि वह लोगों को डेटिंग करना सिखाएंगी, इसके लिए उन्होंने खुद ही फेक डेट पर जाना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने लोगों को 'डेटिंग सरोगेसी' सर्विस देना शुरू किया. उनके पास इस सर्विस से जुड़े कई ट्रेनर भी हैं. जो लोगों को डेटिंग के लिए तैयार करते हैं.
एली ने 'Intimacy Curator' नाम से डेटिंग, रिलेशनशिप, इंटीमेंसी कोचिंग सर्विस शुरू की. जहां वह लोगों को डेटिंग से जुड़े अनुभव शेयर करती हैं. 'डेटिंग सरोगेट' में एली लोगों को उनकी डेट से संबंधित लाइव फीडबैक देती है. वह बॉडी लैंग्वेज, आई कॉन्टैक्ट, ग्रूमिंग, स्टाइलिंग पर फोकस करती हैं. वहीं वह यह भी बताती हैं किन टॉपिक्स पर डेट के दौरान बातचीत करनी चाहिए.
कैसे करती हैं डेटिंग के लिए तैयार?
एली ने बताया कि क्लाइंट के साथ उनका सेशन काउंसिलिंग से शुरू होता है, जिससे वह उस शख्स को समझने का काम करती हैं. वह देखती हैं कि क्लाइंट किससे डरता है या उसकी क्या इच्छा है? वह ये भी समझने की कोशिश करती हैं कि शख्स क्या कैजुअल डेटिंग की ओर देख रहा है या लॉन्ग टर्म पार्टनर की तलाश में है. इसके बाद वह पर्सनलिटी टेस्ट भी करती हैं.
वहीं वह डेटिंग ऐप पर प्रोफाइल, क्लाइंट के अनुसार तैयार करती हैं, साथ ही ये भी बताती हैं कि उन्हें कैसे तैयार रहना चाहिए. इसके बाद एली क्लाइंट की पसंद के आधार पर डेट को डिजाइन करती हैं. वह कहती हैं कि अगर किसी को पढ़ने का शौक है तो वह उसके लिए 'डेटिंग सरोगेट' बुकस्टोर या कॉफी शॉप में प्लान करती हैं. अगर कोई बाहर डेट पर जाना चाहता है तो वह उसको नजदीकी हिल स्टेशन जैसे कि लोनावाला ले जाती हैं. डेटिंग सरोगेसी का अनुभव क्लाइंट को एक सप्ताह से 3 महीने तक मिलता है. क्रैश कोर्स भी मौजूद हैं.
क्या है डेटिंग कोचिंग की फीस
वैसे एली अपने क्लाइंट से प्री-डेट काउंसिलिंग के लिए 3000 रुपए और दो घंटे की डेट के लिए 5 हजार रुपए चार्ज करती हैं. वहीं सरोगेट की सुरक्षा के लिए उनके साथ वकील भी जुड़ा हुआ है, ताकि अगर कोई कानूनी अड़चन आए तो वह दखल दे सके. आउटस्टेशन डेट पर उनके साथ प्राइवेट सुरक्षा गार्ड और टीम के दूसरे सदस्य भी मौजूद रहते हैं.
जिन्हें दी कोचिंग वही करने लगे प्यार
एली ने बताया कि कई बार तो ऐसा भी हुआ कि जिन क्लाइंट को हमने रोमांस करना सिखाया वही उनको चाहने लगे. पर ऐली कहती हैं, 'हम बिजनेस के साथ इसको मिक्स नहीं करते हैं. एली ने ये भी समझाया कि कई बार ऐसा भी होता है कि आपको रिजेक्शन तुरंत ही डेट पर झेलना पड़ जाता है.'
क्या है डेटिंग को लेकर असल दिक्कत
एली ने 'द वाइस' से बात करते हुए कहा, पुरुष और महिलाओं को ये पता नहीं है कि डेटिंग के दौरान कैसे बात करनी चाहिए. इसके बहुत सारे कारण हैं. जैसे अब महिलाएं पुरुषों से ज्यादा कमा रही हैं, वह खुलकर सेक्स के बारे में बात करती हैं. एक और बदलाव सामने आया है कि अब अरेंज की जगह काफी लव मैरेज होने लगी हैं.