
जरूरतमंदों की मदद करने वाला एक शख्स तब ठगा महसूस करने लगा जब उसने एक भिखारी की मदद की. असल में मदद करने वाले शख्स को बाद में पता चला कि भिखारी संगठित तौर से अपने पूरे परिवार के जरिए भीख मांगने का काम करता है. उसने देश में एन्ट्री भी अवैध तरीके से ली थी.
यह मामला थाईलैंड का है. गन जोम पलंग ने विकलांग कंबोडियाई भिखारी को इलाज कराने में मदद करने का ऐलान किया था. लेकिन तभी उसे पता चला कि वह भिखारी हर महीने अवैध रूप से करीब 2 लाख रूपये से अधिक कमा रहा था.
पिछले हफ्ते गन जोम पलंग ने फेसबुक पर इसके बारे में पोस्ट किया था. थाईलैंड की सोशल मीडिया पर भिखारी का वीडियो देखने के बाद उन्होंने उसे मदद करने का फैसला किया था. उन्होंने भिखारी को मदद दिलाने के लिए सामाजिक विकास और मानव सुरक्षा मंत्रालय से संपर्क करने की बात कही थी.
गन जोम पलंग ने भिखारी की गंभीर स्थिति के बारे में भी लोगों को बताया था. इसके बाद काफी लोग, भिखारी की मदद के लिए आगे आए थे. हालांकि, बाद में जानकारों से बात करने पर गन जोम पलंग को ये पता चला कि उस व्यक्ति का पूरा परिवार संगठित रूप से भीख मांगकर कमाई करता है.
पहले भी उसे गिरफ्तार किया जा चुका था
लोगों ने गन को बताया कि 47 साल के भिखारी कोम पोर्मी थाई के बारे में स्थानीय अधिकारियों को पता है. उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है. उसे वापस कंबोडिया (उसके अपने देश) भेजा गया था.
थाई सरकार के कल्याण निकाय ने कहा कि भिखारी और उसका परिवार जो करता है, उसे मानव तस्करी से जुड़ा अपराध माना जाता है. पैसे के लिए वो अपने 10 महीने के बच्चे से भीख मंगवाता है. उसकी पत्नी, बच्चा और सास सहित पूरा परिवार भिखारी है.
वह थाईलैंड के चोन बुरी में अलग-अलग जगहों पर अपनी टीम के जरिए भीख मांगने का काम करता है. 3 सितंबर को गन ने फेसबुक पर अपने फॉलोअर्स को संबोधित करते हुए कहा है कि भिखारी की हकीकत जानकर उन्हें निराशा हुई है.
गन ने कहा कि उन्हें धोखा दिया गया है. वह आदमी एक नकली भिखारी है. उसका एक गिरोह है. वह प्रति माह 2 लाख रूपये से अधिक कमाता है. वह 10 महीने के बच्चे को भीख मांगने के लिए लाता है.
भिखारी अवैध रूप से कंबोडिया से थाईलैंड में दाखिल हुआ था. दोबारा मामला सामने आने के बाद, कंबोडियाई भिखारी और उसके परिवार को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के लिए उन्हें पुलिस स्टेशन में ले जाया गया.