Advertisement

'पैसों के लिए लड़कियों का वीडियो' बनाकर फंसी सोशल मीडिया स्टार, मिली ये सजा!

एक महिला सोशल मीडिया स्टार पर लड़कियों के शोषण का आरोप लगा है. उन्हें इस मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है. लेकिन कोर्ट के फैसले पर मानवाधिकार सवाल उठा रहा है.

20 साल की हनीन होसाम को हुई 3 साल की सजा (Credit- haneen hossam) 20 साल की हनीन होसाम को हुई 3 साल की सजा (Credit- haneen hossam)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 6:56 PM IST
  • महिला टिकटॉकर पर लड़कियों के शोषण का आरोप
  • कोर्ट ने 3 साल की सुनाई सजा

एक महिला सोशल मीडिया स्टार को तीन साल की सजा सुनाई गई है. कोर्ट में वह मानव तस्करी की दोषी पाई गई है. दरअसल, उन्होंने अपने महिला फॉलोअर्स को साथ में टिकटॉक पर लाइव वीडियो बनाने के लिए इनवाइट किया था. इसके बदले उन्होंने पैसे देने का भी ऑफर दिया था. 

इसी वजह से 20 साल की हनीन होसाम पर वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म के जरिए पैसों के लिए लड़कियों के शोषण का आरोप लगा. लेकिन उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकार दिया है. ये मामला मिस्र का है.

Advertisement

हनीन के 9 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि फीमेल सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को दबाने के लिए यह मुकदमा दर्ज कराया गया था. मानवाधिकार से जुड़े लोगों ने कहा- साल 2020 से लेकर अब तक हनीन समेत 12 महिलाओं पर मुकदमे दर्ज हुए हैं. सोशल मीडिया पर इन लोगों के लाखों फॉलोअर्स थे. यह कार्रवाई निजता के अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समानता और शारीरिक स्वायत्तता का हनन है.

बीबीसी रिपोर्ट के मुताबिक, हनीन, कायरो यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं. वह गानों पर लिप-सिंकिंग और डांस के वीडियो शेयर करती रहती थीं. टिकटॉक पर उन्हें 9 लाख से ज्यादा फॉलो करते हैं. पहली बार साल 2020 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. तब उन्होंने अपने महिला फॉलोअर्स को Likee नाम के एक दूसरे वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर जुड़ने को कहा था. जहां से लाइव वीडियो ब्रॉडकास्ट कर वे लोग पैसे कमा सके.

Advertisement

बेटी की तड़प देख मां को आया ऐसा आइडिया, बनी अरबपति!

उड़ान के दौरान खुला प्लेन का दरवाजा, दो जाबाजों ने ऐसे बचाई पैसेंजर्स की जान!

साल 2020 में पहली बार हुई थी सजा

साल 2020 की जुलाई में कायरो के इकोनॉमिक कोर्ट ने हनीन और एक दूसरे टिकटॉक स्टार मवादा अल-अधम को दोषी ठहराया था. उन पर 'परिवार के मूल्यों और आदर्शों के खिलाफ जाने' के लिए आरोप था. उन्हें तब 2 साल और करीब 12 लाख रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई गई थी.

साल 2021 के जनवरी में उन्होंने कोर्ट में दोबारा अपील किया. सुनवाई के दौरान उन्हें निर्दोष करार दिया गया और उन्हें छोड़ दिया गया. इसके बाद दोबारा उनपर मानव तस्करी का आरोप लगाया गया.

साल 2021 के जून महीने में कायरो क्रिमिनल कोर्ट ने दोनों फिर से दोषी करार दे दिया. हनीन को 10 साल की सजा सुनाई गई. वहीं मवादा को 6 साल के कारावास की सजा मिली. गिरफ्तारी से पहले हनीन ने एक वीडियो पोस्ट किया. इसमें वह रोते हुए कह रही थी- मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है जिससे मुझे यह सब भुगतना पड़े.

कबाब में नमक कम मिला तो शख्स ने शेफ पर दागी एक के बाद एक चार गोलियां!

Advertisement

हाथी की तड़प देख महावत पर फूटा लोगों का गुस्सा, कॉलर पकड़कर दी ऐसी सजा!

कोर्ट के फैसले पर मानवाधिकार ने उठाया सवाल

हालांकि, हनीन को रिट्रायल का मौका दिया गया था. लेकिन उसी कोर्ट ने हनीन को दोबारा दोषी ठहरा दिया. उन्हें तीन साल के कारावास और करीब 8 लाख के जुर्माने की सजा मिली.

मामले को लेकर अमेरिका के एक मानवाधिकार वकील, मय अल-सडानी ने ट्वीट किया. और लिखा- इजिप्ट के जस्टिस सिस्टम ने दुनियाभर के इन्फ्लुएंसर्स को क्रिमिनल बता दिया है. वे लोग रोजाना तौर पर दूसरों को अपने साथ मिलकर काम करने के लिए बुलाते हैं और टिकटॉक जैसी एक्टिविटीज के जरिए पैसा कमाते हैं. उन्हें अपराधी घोषित किया जा रहा है.

What does it mean for an Egyptian court to convict TikTok vlogger Haneen Hossam on "human trafficking" charges?

It means that the justice system is criminalizing what influencers globally do every day when they invite others to work with them and monetize TikTok activity.

— Mai El-Sadany (@maitelsadany) April 18, 2022

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement