Advertisement

3 साल के बेटे की हत्या करने वाली मां ने पार की हदें, कोर्ट में 'बाइबल' को ठहराया जिम्मेदार

30 साल की मां क्रिस्टीना रॉबिन्सन ने बाइबल के प्रभाव में आकर अपने तीन साल के बेटे को कुछ ऐसी यातनाएं दी जिसके चलते उसकी मौत हो गई. महिला को न्यूकैसल क्राउन कोर्ट ने हत्या का दोषी ठहराया है, लेकिन अभी तक उसे सजा नहीं सुनाई गई है.

Durham Police - Christina Robinson, Dwelaniyah Robinson Durham Police - Christina Robinson, Dwelaniyah Robinson
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 22 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 8:45 PM IST

अंधविश्वास या आडंबरों को लेकर कई किस्से कहानियां हैं. तमाम भ्रांतियां हैं. इनके फेर में पड़ा व्यक्ति सिर्फ अपना नुकसान नहीं करता. इसकी कीमत उसके पूरे परिवार को चुकानी पड़ती है. देश दुनिया में तमाम मामले ऐसे देखे गए हैं जिनमें अंधविश्वास में पड़े व्यक्ति ने अपने पूरे घर को बर्बाद कर दिया. ब्रिटेन स्थित डरहम की क्रिस्टीना रॉबिन्सन का मामला भी कुछ कुछ ऐसा ही है. क्रिस्टीना को न्यूकैसल क्राउन कोर्ट ने अपने ही बेटे की हत्या के मामले में दोषी पाया है. 

Advertisement

क्रिस्टीना पर आरोप है कि उसने अपने तीन साल के बेटे को तमाम तरह की यातनाएं दी, उसे खौलते पानी में फ़ेंक दिया और बेतों से मारा. महिला द्वारा अपने ही सगे बेटे के साथ ऐसा क्यों किया गया? इसका कारण भी कम हैरान करने वाला नहीं है.

क्रिस्टीना ने इसके लिए बाइबल को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि बेटे के साथ ऐसा करने के लिए उसे बाइबल ने बताया था.कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान ये भी सामने आया कि क्रिस्टीना रॉबिन्सन अक्सर अपना आपा खो देती थी जिसका खामियाजा नवंबर 2022 में उसके बेटे ड्वेलानियाह को भुगतना पड़ा. 

घटना से पहले महिला ने जान बूझकर अपने बेटे को यातना देने के उद्देश्य से खौलते गर्म पानी में डुबाया. जिसके परिणामस्वरूप लड़के को न केवल असहनीय दर्द हुआ. बल्कि वह गंभीर रूप से जल गया था.

मामले में हैरान करने वाली बात ये भी है कि मानसिक रूप से बीमार इस मां ने बच्चे को डॉक्टर को नहीं दिखाया और घर पर ही इसका 'इलाज' करने का प्रयास किया. क्रिस्टीना को इस बात का डर था कि अगर अस्पताल में स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस मामले में उससे पूछताछ करेंगे तो वो क्या जवाब देगी. 

Advertisement

ब्लैक हिब्रू इज़राइली धर्म की सदस्य क्रिस्टीना रॉबिन्सन ने इस बात को भी स्वीकार किया कि उसने अपने छोटे से बेटे को बांस की बेंत से मारा. महिला ने दावा किया कि वह बाइबिल ग्रंथ का पालन कर रही थी जिसमें कहा गया था कि बच्चों के 'सुधार' के लिए छड़ी का उपयोग ठीक था. उसने न्यूकैसल क्राउन कोर्ट को बताया कि बेंत का इस्तेमाल करने की वजह बस यही थी कि उसका बेटा अपने भोजन के साथ खेल रहा था.

मामले की सुनवाई में जूरी ने पाया कि रॉबिन्सन 5 नवंबर, 2022 को उसके बेटे के मस्तिष्क की घातक चोट के लिए जिम्मेदार थी. पोस्टमार्टम जांच में पाया गया कि लड़का सिलसिलेवार हमलों का शिकार हुआ था और उसे कई गैर-आकस्मिक चोटें आई थीं. इस घृणित वारदात को अंजाम देने वाली क्रिस्टीना रॉबिन्सन को क्या सजा मिलेगी ये कोर्ट 24 मई 2024 को बताएगी. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement