Advertisement

16 साल पहले पैदा होते ही जुड़वां भाई हुए थे अलग, फेसबुक ने मिलाया

दोनों भाई ऑनलाइन गेम खेलते हुए आपस में मिले. दोनों की शक्ल इतनी मिलती है कि एक भाई ने चैटिंग पर इस बात पर झगड़ा भी किया कि मेरी फोटो क्यों लगा रखी है.

हेमंत और शिवम हेमंत और शिवम
अभि‍षेक आनंद/खुशदीप सहगल/सतेंदर चौहान
  • जालंधर,
  • 15 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 5:49 PM IST

बॉलीवुड की फिल्मों में जुड़वां भाइयों के बचपन में बिछड़ने और बड़े होकर मिलने की कहानियां आपने देखी-सुनी होंगी. पंजाब में हकीकत में ऐसा मामला सामने आया है. दो जुड़वां भाइयों को साढ़े 15 साल पहले जन्म लेते ही हालात ने अलग कर दिया. करीब एक हफ्ता पहले इन दोनों भाइयों को फेसबुक ने आपस में मिला दिया.

दोनों भाई ऑनलाइन गेम खेलते हुए आपस में मिले. दोनों की शक्ल इतनी मिलती है कि एक भाई ने चैटिंग पर इस बात पर झगड़ा भी किया कि मेरी फोटो क्यों लगा रखी है. उसने दूसरे भाई पर आरोप भी लगाया कि उसने फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी प्रोफाइल बना रखी है. लेकिन आगे जो खुलासा हुआ, वो हैरान करने वाला था.

Advertisement

एक जालंधर तो दूसरा लुधियाना में रहता था
ये कहानी हेमंत और शिवम नाम के दो भाइयों की है. हैरत की बात है कि दोनों भाई 2001 से एक दूसरे से जुदा थे लेकिन जिन दो शहरों में ये रह रहे थे उनके बीच की दूरी महज 67 किलोमीटर है. हेमंत जालंधर में रह रहा था और शिवम लुधियाना में. इस कहानी को समझने के लिए पहले 2001 में लौटना होगा.

जालंधर में पेशे से पत्रकार अर्जुन शर्मा और उनकी पत्नी अंजलि को एक बच्चे को गोद लेना था. उन्हें किसी मध्यस्थ के माध्यम से पता लगा कि एक तलाकशुदा महिला ने 14 सितंबर 2001 को दो जुड़वां बेटों को जन्म दिया है. महिला दोनों बच्चों की जिम्मेदारी नहीं उठा सकती थी इसलिए एक बच्चे को गोद देना चाहती थी. मध्यस्थ ने ही इस बारे में बात की और अर्जुन शर्मा को बच्चा गोद मिल गया. तब बच्चे को गोद लेने के नियम इतने कड़े नहीं थे जितने कि अब हैं. इस बच्चे का नाम हेमंत रखा गया. अर्जुन और अंजलि ने इस बात की पूरी कोशिश की कि हेमंत को नहीं पता चले कि वो गोद लिया हुआ है. वहीं उसका जुड़वां भाई शिवम अपनी मां मीनाक्षी के पास ही पलता रहा.

Advertisement

हेमंत के बर्ताव में बदलाव आ गया
लंबे समय तक ऐसा ही चलता रहा. लेकिन आज से करीब एक साल पहले हेमंत को किसी से पता चल गया कि वो अर्जुन और अंजलि की सगी औलाद नहीं बल्कि गोद लिया हुआ है. तभी से हेमंत के बर्ताव में बदलाव आ गया. पढ़ाई में जो हेमंत पहले बहुत तेज था, उसका पढ़ाई से भी मन उचटने लगा. वो हर दम पूरी सच्चाई जानने की कोशिश करने लगा. आखिर अर्जुन और अंजलि को हेमंत को गोद लेने की बात बतानी पड़ी. लेकिन उन्हें ये खुद भी नहीं पता था कि हेमंत की सगी मां और उसका जुड़वां भाई अब कहां रहते हैं.

वहीं दूसरी ओर शिवम मां मीनाक्षी के साथ लुधियाना में रह रहा था. उसे भी जुड़वां भाई होने की बात औरों से ही पता चली थीं. शिवम भी मां मीनाक्षी से जुड़वां भाई को ढूंढने की बात कहता था. संयोग से इस साल 9 फरवरी को वह दिन भी आ गया जब दोनों भाइयों ने फेसबुक के माध्यम से एक दूसरे को पहचान लिया. ऑनलाइन गेम खेलते ही दोनों ने वीडियो कॉलिंग से एक दूसरे से बात की. इसके बाद दोनों भाइयों से रहा नहीं गया और शिवम अगले दिन ही हेमंत से मिलने जालंधर आ गया. दोनों भाई आपस में मिलकर बहुत खुश हैं. अंजलि की आंखें भी छलछला आती हैं. वो कहती हैं कि अब उनके दो बेटे हैं.

Advertisement

आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं
अर्जुन और अंजलि का यही कहना है कि हेमंत और शिवम दोनों पढ़ लिखकर अच्छे इंसान बने और बड़े होकर नाम कमाएं. दोनों भाई, हेमंत और शिवम, साथ मिले तो उनकी कई एक जैसी बातें और आदतें भी सामने आई. जैसे जालंधर में एक बार हेमंत ने अपनी कलाई पर ब्लेड मारा था तो लुधियाना में शिवम ने भी ऐसा ही किया था. दोनों को कड़ी चावल और चिकन बहुत पसंद हैं. इनकी सारी एक्टिविटीज भी एक जैसी ही हैं. दोनों भाई बड़े होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं.

हालात ने दोनों भाइयों के सरनेम जरूर बदल दिए हैं, जहां हेमंत शर्मा है तो शिवम चोपड़ा. दोनों भाइयों की अब दो-दो मां हैं. इनकी जिंदगी में आगे क्या बदलाव आते हैं, ये तो फिलहाल तय नहीं, लेकिन अभी ये दोनों एक-दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताना चाहते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement