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'सॉरी, आपसे गंदी बदबू आ रही है...', परिवार को फ्लाइट से निकालकर बंद किया दरवाजा, और फिर...

मियामी इंटरनेश्नल एयरपोर्ट पर एक परिवार के साथ अजीब सी घटना हुई. दरअसल, एक फ्लाइट में बोर्डिंग के बाद उन्हें ये कहकर नीचे उतार दिया गया कि उन लोगों से गंदी बदबू और रही है और अन्य यात्री इसकी शिकायत कर रहे हैं.

सांकेतिक तस्वीर (फोटो-पेक्सल्स) सांकेतिक तस्वीर (फोटो-पेक्सल्स)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 15 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:12 AM IST

अक्सर फ्लाइट के अंदर उत्पात करने पर या दूसरों को परेशान करने वाले यात्रियों पर एक्शन लेते हुए उन्हें विमान से उतार दिया जाता है. लेकिन हाल में मियामी एयरपोर्ट पर जो हुआ वह हैरान करने वाला था. एक कपल का आरोप है कि यहां के स्टाफ ने उन्हें उनके 19 माह के बच्चे के साथ विमान से अजीब सा कारण देकर उतार दिया.

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कपल और बच्ची को विमान से उतारा

कपल से कहा गया कि उनसे गंदी बदबू आ रही है. ऐसे में अपमानित हुए कपल ने अमेरिकन एयरलाइंस के खिलाफ एक संघीय मुकदमा दायर किया जिसमें दावा किया गया कि वे धार्मिक और नस्लीय भेदभाव के शिकार हुए हैं. आरोप में कपल येहुदा योसेफ एडलर और जेनी एडलर ने बताया कि कैसे विमान से उतारे जाने के बाद उन्हें "असहनीय अपमान, शर्मिंदगी और मानसिक और भावनात्मक पीड़ा" का सामना करना पड़ा। योसी एडलर और उनकी पत्नी जेनी के अनुसार, मियामी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने उन्हें और उनकी 19 महीने की बेटी को विमान से उतार दिया और कहा कि वे बदबू  के चलते वापस नहीं लौट सकते।

लोगों को रोककर पूछा- क्या हमसे बदबू आ रही है? 

डब्ल्यूपीएलजी लोकल 10 न्यूज से बात करते हुए, एडलर ने कहा: "अचानक, जैसे ही उन्होंने हमें बाहर निकाला, उन्होंने विमान का गेट ये कहते हुए बंद कर दिया कि- 'माफ करें सर, कुछ लोगों ने शिकायत की कि आपके शरीर से बदबू आ रही है और हम आपको वापस नहीं आने दे सकते हैं।" उनकी पत्नी का दावा है कि वे पूरी बात को लेकर इतने कंफ्यूज हो गए कि उन्होंने हवाई अड्डे पर लोगों को रोककर पूछा कि क्या सच में हमसे बदबू आ रही है?

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'बच्चे का सामान तक विमान में रह गया'

विमान से उतारे जाने के बाद, परिवार का कहना है कि उन्हें बताया गया था कि उनका सामान उन्हें वापस कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उनके पास केवल पहने हुए कपड़े रह गए।  कार की सीट और स्ट्रोलर समेत अपने बच्चे की देखभाल के लिए उन्हें जो कुछ भी चाहिए था, वह विमान में ही रह गया.

'एक इमरजेंसी है, उतरना होगा'

मुकदमे में कहा गया है कि यहूदी दंपति और उनकी बेटी विमान में बैठे ही थे कि एक गेट एजेंट ने कथित तौर पर येहुदा योसेफ एडलर से कहा- "सर, एक आपात स्थिति है और आपको विमान से उतरना होगा।" परिवार के ह्यूस्टन स्थित वकील नवाडी नवोगू ने मुक़दमे में लिखा, "एक बार बाहर जाने पर, प्रतिवादी के एजेंट ने एडलर को बताया कि शरीर की दुर्गंध के कारण पायलट, परिवार को विमान से उतार रहा है। एडलर ने एजेंट से पूछा कि क्या उनके, उनकी पत्नी या बच्चे के शरीर से दुर्गंध आ रही है और एजेंट ने सवाल का जवाब नहीं दिया. उसने दोबारा कहा कि एडलर को पायलट के निर्देश पर विमान छोड़ना होगा। 

'हम सुबह ही तो नहाए थे'

एडलर्स ने एयरलाइन कर्मचारियों को बताया कि वे उस दिन सुबह की फ्लाइट से पहले नहाए थे। घटना के बाद उन्हें रात के लिए एक होटल में रहने की सुविधा दी गई गया और भोजन वाउचर दिया गया। बाद में दूसरी फ्लाइट में जगह दी गई. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि मुकदमा दायर होने के बाद क्या हुआ.

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