
एक ऐसा परिवार जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक साइबर क्राइम गैंग कहा जा रहा है. एफबीआई ने एक ऐसे परिवार की फोटो जारी की है. इस फैमिली का हर एक मेंबर खतरनाक साइबर अपराधी है. एफबीआई के अनुसार यह रूसी परिवार ब्रिटेन के लोगों को निशाना बनाता था और उनके बैंक खातों में सेंध लगाकर उनकी जिंदगी भर की कमाई उड़ा देते थे.
एफबीआई ने इस रूसी परिवार 'ईविल कॉर्प' नाम दिया है, जिसने दुनिया भर में साइबर हमलों का साम्राज्य खड़ा कर दिया. 225 मिलियन पाउंड के 'ईविल कॉर्प' नामक हैकिंग साम्राज्य वाले इस सी परिवार ने एक दशक से भी अधिक समय से दुनियाभर में खतरनाक साइबर साइबर क्राइम किये. इस परिवार के सभी सदस्य साइबर अपराध में शामिल हैं और इनका नेटवर्क पूरी दुनिया में फैला हुआ है.
एफबीआई ने नाम दिया ईविल कॉर्प
ईविल कॉर्प का नेतृत्व मक्सिम याकूबेट्स करता है. इसका साथ उसके पिता विक्टर, भाई आर्टेम, और चचेरे भाई किरिल और दिमित्री स्लोबोडस्कॉय दे रहे हैं. इनके अलावा मक्सिम के ससुर एडुआर्ड बेंडर्सकी भी इस गिरोह का हिस्सा हैं, जो पहले रूसी खुफिया सेवा, एफएसबी में उच्च पद पर कार्यरत थे.
इस परिवार का एफबीआई ने किया खुलासा
ब्रिटेन की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) और नेशनल क्राइम एजेंसी (एनसीए) ने खुलासा किया है कि ईविल कॉर्प के सोलह सदस्यों पर ब्रिटेन में प्रतिबंध लगाया गया है. कभी इस गिरोह को दुनिया का सबसे बड़ा साइबर अपराध खतरा माना जाता था.मक्सिम, जो अब एक करोड़पति है, उसने पिछले एक दशक में हजारों ब्रिटिश नागरिकों को निशाना बनाकर उनके बैंक खातों को हैक किया और उनकी जमा पूंजी चुरा ली. इसके साथ ही वह रूसी राज्य के लिए नाटो देशों में जासूसी मिशन भी चलाता रहा है.
मॉस्को में मक्सिम खुलेआम अपनी फेरारी या कस्टमाइज्ड लेम्बोर्गिनी में घूमता है, जिस पर एक खास नंबर प्लेट लगी होती है. इसका अर्थ है 'चोर'. उसे अक्सर स्थानीय पुलिस के सामने डोनट खाते और अपनी महंगी गाड़ियों के साथ दिखाया गया है. 37 साल के मक्सिम ने FSB के लिए भी काम किया है.
अपने शाही जीवनशैली के लिए भी जाना जाता है मैक्सिम
मैक्सिम अपने शाही जीवनशैली के लिए भी जाना जाता है. वह बाघ और शेर के शावकों पर बड़ी रकम खर्च करता है. उसने अपनी शादी पर करीब 250,000 पाउंड से ज्यादा खर्च किए थे. 2019 में, अमेरिकी विदेश विभाग ने मक्सिम के सिर पर 3.8 मिलियन पाउंड का इनाम रखा था, जो अब तक के किसी भी साइबर अपराधी के लिए सबसे बड़ा इनाम है.
सैकड़ों लोगों के बैंक खाते से रुपये उड़ा चुका है यह गिरोह
अब एनसीए ने ईविल कॉर्प के साथ जुड़े मक्सिम के परिवार और दोस्तों का भी पर्दाफाश कर दिया है. यह गिरोह जनता और सैकड़ों व्यवसायों, स्कूलों और धार्मिक संगठनों के बैंक खातों में करोड़ों का हेरफेर कर चुका है. मक्सिम ने 2007 में मॉस्को के एक कैफे से ऑपरेशन शुरू किया था, जिसमें उसने दर्जनों लोगों को भर्ती किया था.
एक खास किस्म के वायरस से करता था साइबर हमला
ये लोग 43 देशों में साइबर हमलों के जरिए पीड़ितों को धोखा देते थे और दिलचस्प बात यह है कि ये जिस वायरस से दूसरे देश के लोगों को निशाना बनाते थे, वो वायरस रूस में किसी को भी शिकार नहीं बनाता था. ईविल कॉर्प का यह साइबर साम्राज्य अब खतरे में है, लेकिन यह परिवार अभी भी साइबर अपराध की दुनिया में सक्रिय है.